कोरोनावायरस के तेजी से बढ़ते मामलों के साथ देश में इस बीमारी का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में भी लगातार 24वें दिन वृद्धि दर्ज की गई है. अब भी 6,58,909 लोग इस बीमारी का इलाज करा रहे हैं.
मध्य प्रदेश सरकार ने जहां चार शहरों जिसमें छिंदवाड़ा, रतलाम, खरगौन और बैतूल में लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है वहीं महाराष्ट्र के पुणे में 7 दिनों के लिए और छत्तीसगढ़ के दुर्ग में लॉकडाउन लगाने की घोषणा की है.
1 अप्रैल तक पंजाब में 23,832 सक्रिय मामले दर्ज किए गए और 6,868 मौतें हुईं. इन मामलों में मृत्यु दर 2.94 प्रतिशत था, जो राष्ट्रीय औसत 1.35 प्रतिशत से काफी अधिक है.
बढ़ते कोविड के मामलों को देखते हुए एक ओर जहां केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव 11 राज्यों के प्रतिनिधियों के साथ जहां बैठक कर रहे हैं वहीं महाराष्ट्र और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी आज आपात बैठक बुलाई है.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, दुर्ग, राजनांदगांव और रायपुर, जो कि महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की सीमा से लगे हैं, इन्हीं तीनों जिलों में 15,029 मामले हैं - जो कुल सक्रिय मामलों के लगभग 70 प्रतिशत हैं.
इस यात्रा को भले ही ज़्यादा तवज्जो नहीं मिली, लेकिन इसने चुपचाप मोहब्बत की दुकान से एक कदम आगे बढ़कर अन्याय के शिकार अलग-अलग वर्गों के बीच दर्द का रिश्ता बना दिया जो भविष्य की राजनीति का आधार हो सकता है.