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Monday, 20 March, 2023
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समाज-संस्कृति

खाने के शौकीन, साइकिलिस्ट और गायक पुनीत राजकुमार कन्नड़ सिनेमा के लिए बहुत कुछ थे

सैंडलवुड के लिए राजकुमार्स उसी तरह है जैसे बॉलीवुड के लिए कपूर्स हैं. लेकिन पुनीत, जिनकी मृत्यु 46 वर्ष की आयु में हुई, कई चीज़ो में माहिर थे.

इंडिया को पहले भी मिल चुका है ऑस्कर, लेकिन इस बार बात कुछ और है

इस साल मिले दोनों ऑस्कर इस मायने में खास हैं कि पहली बार किसी विशुद्ध भारतीय काम को ऑस्कर के मंच पर सराहा गया है.

ऑस्कर के लिए नंगे पैर ही गए थे राम चरण, The Elephant Whisperers से भारतीय महिलाओं ने मचाई धूम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एलिफैंट व्हिसपर्स की टीम को ऑस्कर के लिए बधाई देते हुए उनके द्वारा किये गए कार्य की सराहना भी की.

सांप्रदायिक तनाव ने पहले ही भारत की छवि को नुकसान पहुंचाया है: राहुल के कैंब्रिज भाषण पर विवाद पर उर्दू प्रेस

पेश है दिप्रिंट का राउंड-अप कि कैसे उर्दू मीडिया ने पिछले सप्ताह के दौरान विभिन्न समाचार संबंधी घटनाओं को कवर किया और उनमें से कुछ ने इसके बारे में किस तरह का संपादकीय रुख इख्तियार किया.

1967 में मुट्ठी भर कश्मीरी पंडितो द्वारा चलाया गया ‘परमेश्वरी आंदोलन’ आज भी एक मिसाल है

जब गुलाम बख्श सत्ता में आए तो उनके शिक्षा अभियान ने चौतरफा विस्तार किया. उस कारण नौजवानों की एक नई ‘पढ़ी-लिखी’ पीढ़ी तैयार हुई, जिन्हें अब जिंदगी से उम्मीदें थीं.

ऑल इन वन थे सतीश कौशिक, नाटकों में अभिनय से लेकर एक्टर, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर तक ऐसा था सफर

सतीश की मृत्यु ने उनके प्रशंसकों और बॉलीवुड इंडस्ट्री को एक बड़ा झटका दिया क्योंकि सात मार्च तक वो बिल्कुल ठीक थे और उन्होंने जावेद अख्तर की होली पार्टी भी अटेंड की थी.

‘रंगीन माहौल के बीच खोखली कहानी’, रंगीनियों में डूबी एक हल्की फिल्म है ‘तू झूठी मैं मक्कार’

अक्सर बात होती है कि हिन्दी वालों के पास अपने दर्शकों को देने के लिए जमीन से जुड़ी कहानियों की सख्त कमी है. इस फिल्म को देखने के बाद यह बात एक बार फिर सही साबित होती है. शुरुआत से ही इसकी कहानी किसी दूसरे ग्रह के चमकीले माहौल में घटती नज़र आती है.

हैदराबाद में फिल्म की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन घायल, हिलने-डुलने और सांस लेने में तकलीफ

बिग बी ने रविवार को अपने ब्लॉग पर जानकारी देते हुए कहा कि उनकी रिब कार्टिलेज टूट गई है और वह फिलहाल मुंबई में अपने घर पर आराम कर रहे हैं.

‘छत्तीसगढ़ ईडी के छापे कांग्रेस नेताओं के मनोबल को ठेस पहुंचाने के मकसद से थे’- उर्दू प्रेस ने लिखा

पेश है दिप्रिंट का राउंड-अप कि कैसे उर्दू मीडिया ने पिछले सप्ताह के दौरान विभिन्न समाचार संबंधी घटनाओं को कवर किया और उनमें से कुछ ने इसके बारे में किस तरह का संपादकीय रुख इख्तियार किया.

राजिंदर सिंह बेदी की फिल्म ‘फागुन’ से लेकर अक्षय की ‘जॉली LLB2’ तक, जब फिल्मों में किरदार बन गई होली

इसमें पहला नाम राजिंदर सिंह बेदी की फिल्म ‘फागुन’ का नजर आता है. होली का दिन है और ‘फागुन आयो रे...’ गा रही नायिका (वहीदा रहमान) की कीमती साड़ी पर उसका घरजमाई नायक पति (धर्मेंद्र) रंग डाल देता है.

मत-विमत

बिहारी मजदूरों पर हमले की अफवाह और फेक न्यूज से निपटने के तमिलनाडु मॉडल से क्या सीखें?

बिहारी मजदूरों पर हमले की फेक न्यूज पहले सोशल मीडिया से फैली और बाद में कई बड़े अखबार भी इसे सच मानकर फेक न्यूज को फैलाने लगे. अखबारों के छप जाने के बाद तो सोशल मीडिया में ऐसी चर्चाओं की बाढ़ ही आ गई.

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राजनीति

देश

‘मोदी अजर-अमर हैं’, बीजिंग के पत्रकार का दावा- चीनी युवाओं के बीच भारत के प्रधानमंत्री काफी लोकप्रिय

अमेरिकी मैगजीन ‘द डिप्लोमेट’ में प्रकाशित एक लेख के चीनी पत्रकार म्यू चुनशान ने दावा किया कि चीनी युवाओं के बीच भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी लोकप्रिय हैं. म्यू चुनशान सोशल मीडिया विशेषज्ञ के रूप में जाने जाते हैं और दक्षिण एशियाई राजनीति पर विशेष नजर रखते हैं.

लास्ट लाफ

ब्रिटिश पीएम सुनक को, कुत्ते को बिना चेन के घुमाने पर चेतावनी और एडम की प्रोग्रामिंग

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए पूरे दिन के सबसे अच्छे कार्टून.