‘सिटीज़, सिटिज़न्स, क्लासरूम्स एंड बियॉन्ड: एसेज़ ऑन नारायणी गुप्ता’ के विमोचन में स्वप्ना लिडल, लोकेश ओहरी, रतीश नंदा और अमर फारूकी जैसे विद्वान एक साथ आए.
जब महिलाएं हॉस्टल में कोडिंग करती हैं, तो ट्रेनर माहौल को खुशनुमा बनाए रखने के लिए अपने फोन में म्यूज़िक बजाती हैं, लेकिन केवल अंग्रेज़ी में — ताकि उन्हें भाषा को सीखने में मदद मिले.
जज आर्य समाज के प्रमाणपत्रों को खारिज कर रहे हैं, ‘फर्ज़ी’ दस्तावेज़ को चिन्हित कर रहे हैं, शॉर्ट-कट धर्मांतरण पर सवाल उठा रहे हैं और इसके नाम का इस्तेमाल करने वाले संगठनों की जांच के आदेश दे रहे हैं.
बिना किसी औपचारिक ट्रेनिंग या फंडिंग के, उन्होंने ऊबड़-खाबड़ इलाकों में साहस दिखाया, प्राचीन लिपियों को समझा और सुंदरबन से लेकर अरावली तक छिपे हुए खजानों को खोजा है.
डिजिटल वेरिफिकेशन की समस्या के कारण राजस्थान के बुजुर्ग और विकलांग पेंशन से वंचित हैं, लाखों लोगों को गलत तरीके से ‘मृत’ या लापता घोषित कर दिया गया है.
लॉ स्कूलों से पहले से कहीं ज़्यादा ग्रेजुएट्स निकलने के साथ, भारत की निचली अदालतों और न्यायाधिकरणों में जज बनने की होड़ तेज़ हो गई है. कोचिंग इंडस्ट्री अब इसका फायदा उठा रही है.
बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों को कम करने के लिए नगर निगम अब दिल्ली में कबूतरों को दाना डालने पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रही है, लेकिन कई दिल्लीवासियों के लिए यह उनके अच्छे कर्मों के मार्ग के लिए खतरा है.
वीकेंड पर दर्शन के लिए आने वाले 2 लाख भक्तों से लेकर 250 करोड़ रुपये वार्षिक दान तक, राजस्थान के सीकर में खाटू श्याम मंदिर में भारी भीड़ और पैसा आता है. सरकार बुनियादी ढांचे में 350 करोड़ रुपये से ज्यादा लगा रही है.
अब जबकि प्रधानमंत्री मोदी अपने तीसरे कार्यकाल में हैं, शायद भाजपा दक्षिणी राज्यों में लड़ने की इच्छाशक्ति खो रही है. इसके बजाय वह उत्तर में अपनी बढ़त को मजबूत करना चाहती है.