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Friday, 14 November, 2025
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‘मुश्किल वक्त चल रहा है’ — अल-फलाह यूनिवर्सिटी के हेडक्वार्टर में अब पहले से ज्यादा भीड़

यह दफ्तर आमतौर पर यूनिवर्सिटी के प्रशासनिक और दस्तावेज़ी काम संभालता है. छात्र यहां एडमिशन, फीस जमा करने या सामान्य जानकारी लेने आते हैं.

अमलानंद घोष: आर्कियोलॉजी के सबसे अनदेखे नायक जिसने आज़ादी के बाद ASI की बदली दिशा

किताब इंडियन आर्कियोलॉजी आफ्टर इंडिपेंडेंस इस धारणा को चुनौती देती है कि यह संस्था मुख्य रूप से हड़प्पा स्थलों की खोज में ही लगी रही.

BHU के इस प्रोफेसर के लिए ‘लैब’ रही है गंगा नदी, इसने दिलाया उन्हें वैश्विक सम्मान

प्रोफेसर जितेंद्र पांडेय को मशहूर ‘सर स्टीफन श्नाइडर लेक्चर’ देने के लिए आमंत्रित किया गया है. वे यह सम्मान पाने वाले पहले जीव-विज्ञान वैज्ञानिक और पहले एशियाई विद्वान हैं.

जो ब्यास नदी कभी शांत रहती थी, वह अब उग्र क्यों हो रही है?

स्थानीय लोगों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने कहा कि ब्यास नदी के किनारे अतिक्रमण सिर्फ स्थानीय समस्या नहीं है, बल्कि मौसमी बाढ़ के प्रभावों को भी और बुरा बना देता है.

ऑटो, ट्रक और डिलीवरी कामगारों का सोशल मीडिया सफर — भारत में उभरते वर्किंग-क्लास इन्फ्लुएंसर्स

सोशल मीडिया पर पेंटर, राजमिस्त्री, निर्माण श्रमिक, मजदूर, डिलीवरी बॉय, ट्रक ड्राइवर, सभी बेबाकी से अपने कार्य-जीवन को अपना रहे हैं.

बक्सर का एथनॉल प्लांट — बीजेपी का चुनावी हथियार. क्या यह लोगों की ज़िंदगी बदल रहा है?

यह एक छोटी सी शुरुआत है, लेकिन बिहार की कहानी के लिए एक बड़ी जीत है. और राजनेता इसका इस्तेमाल यह दिखाने के लिए कर रहे हैं कि बदलाव शुरू हो गया है। इसे आने में बहुत समय लगा है.

हरियाणा की ‘वोटर’ ब्राज़ीलियन मॉडल ने कहा — ‘यह सब एक कॉमेडी है, मैं कभी भारत गई ही नहीं’

लारीसा नेरी ब्राज़ील की वे महिला जिनकी फोटो राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिखाई, उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकर झटका लगा कि उनकी पुरानी फोटो का इस्तेमाल भारत के चुनाव में लोगों को ‘धोखा देने’ के लिए किया जा रहा है.

बुलडोज़रों ने मेरठ के ‘कनॉट प्लेस’ को ढहा दिया. मास्टर प्लान बनाम अपने आप बढ़े बाज़ारों की कहानी

शास्त्री नगर मार्केट पिछले 30 सालों से मेरठ में बढ़ती और फलती-फूलती रही, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बुलडोज़र चल गए. कुछ लोग इसे अवैध कहते हैं, तो कुछ इसे ‘ऑर्गेनिक’ यानी अपने आप बना हुआ बाज़ार बताते हैं.

बिहार में ‘विकास राज’ कैसा चल रहा है? सड़कें चमकीं, लेकिन क्लासरूम में दरारें, क्लीनिकों की हालत खराब

20 साल की नीतीश सरकार के बाद भी, बिहार देश का सबसे कमज़ोर परफॉर्मेंस देने वाला राज्य बना हुआ है. स्वास्थ्य और शिक्षा में भारी बजट बढ़ोतरी के बावजूद रैंकिंग सबसे नीचे है.

गर्भवती और ‘जिद्दी’—दिल्ली पुलिस की कॉन्स्टेबल ने भारतीय सोच से लड़कर जीता पावरलिफ्टिंग में मेडल

सोनिका यादव ने कहा, ‘परिवार बोला मैं धारा के खिलाफ जा रही हूं. उन्होंने कहा खेल का मैदान बच्चों के लिए है, मेरे जैसी बड़ी महिलाओं के लिए नहीं.’

मत-विमत

ज़ोहरान ममदानी की न्यूयॉर्क जीत ने याद दिलाई गुजराती मुस्लिमों की भूली-बिसरी कहानी

मुगल दौर के बंदरगाहों से लेकर डचों से हुए समुद्री युद्धों और बॉम्बे के व्यापारी घरानों तक — गुजराती मुस्लिमों ने कभी हिंद महासागर की दुनिया को आकार दिया था, बहुत पहले, जब उनके एक वंशज ने न्यूयॉर्क जीता.

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बिहार का परिणाम प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की शक्ति का परिचायक: मोहन यादव

इंदौर, 14 नवंबर (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शुक्रवार को कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के रुझान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.