इसरो अध्यक्ष सोमनाथ ने कहा, चंद्रयान-3 की सफलता का जश्न मनाने के साथ चंद्रयान-1 और चंद्रयान-2 बनाने वाली पूरी टीम के योगदान को याद किया जाना चाहिए और मैं उन सभी को इस मौके पर धन्यवाद देता हूं.
चंद्रमा पर भेजे गए सभी मिशन पहले प्रयास में सफल नहीं रहे. पूर्ववर्ती सोवियत संघ अपनी छठी अंतरिक्ष उड़ान में सफलता प्राप्त कर पाया था. अमेरिका चांद पर ‘क्रैश लैंडिंग’ के 13 असफल प्रयासों के बाद 31 जुलाई 1964 को चंद्र मिशन में सफलता का स्वाद चख पाया था.
'भारत के मून मैन' कहलाने वाले मयिलसामी अन्नादुरई ने 2008 में पहले चंद्रयान मिशन और एम वनिता ने 2019 में चंद्रयान-2 मिशन का नेतृत्व किया था, जबकि एम वीरमुथुवेल मौजूदा चंद्रयान-3 मिशन की कमान संभाल रहे हैं.
लैंडिंग का पहला चरण रफ ब्रेकिंग होगा जो लगभग 700 सेकेंड का होगा. इस दौरान लैंडर लगभग 1.68 किमी प्रति सेकेंड की तेजी के साथ यात्रा कर रहा होगा जिसे घटाकर 358 मीटर प्रति सेकेंड पर लाया जाएगा.
अंतरिक्ष यान पानी सहित चंद्रमा पर मौजूद अन्य प्राकृतिक संसाधनों की तलाश करेगा और चंद्रमा की सतह पर अंतरिक्ष किरणों और विद्युत चुंबकीय उत्सर्जन के प्रभावों के बारे में रिसर्च करेगा.
तिरुपति और काशी विश्वनाथ मंदिर के बाद, महाकालेश्वर मंदिर का महाकाल लोक कॉरिडोर भक्तों की भीड़ को प्रबंधित करने के लिए उच्च तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है.
अगर जंग से अपेक्षित नतीजे या उसके लक्ष्य अनिश्चित अथवा अस्पष्ट होंगे तो पूरी संभावना यही है कि वह एक अंतहीन या जीत न दिलाने वाली जंग में तब्दील हो जाएगी.
अगरतला, 28 नवंबर (भाषा) त्रिपुरा में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की जनजातीय शाखा गणमुक्ति परिषद (जीएमपी) ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) समर्थित संगठन...