scorecardresearch
Monday, 6 May, 2024
होमहेल्थमेडिकल ऑक्सीजन का ठीक से उपयोग करें राज्य, खपत और जरूरत में तालमेल रखना होगा: केंद्र

मेडिकल ऑक्सीजन का ठीक से उपयोग करें राज्य, खपत और जरूरत में तालमेल रखना होगा: केंद्र

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, 'ऑक्सीजन निर्माण इकाइयों में उत्पादन बढ़ाया गया है. पहले से स्टॉक मौजूद है. फिलहाल ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में मौजूद है.'

Text Size:

नई दिल्ली: केंद्र ने बृहस्पतिवार को राज्यों से कहा है कि वे मेडिकल ऑक्सीजन का विवेकपूर्ण उपयोग करें और यह सुनिश्चित करें कि ऑक्सीजन की बर्बादी न हो. उसने यह भी कहा कि देश में ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है.

केंद्र ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के साथ मेडिकल ऑक्सीजन की खपत को राज्यों की आवश्यकताओं के साथ तालमेल रखना होगा.

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 रोगियों के इलाज में मेडिकल ऑक्सीजन महत्वपूर्ण घटक है. महामारी से प्रभावित राज्यों को मेडिकल ऑक्सीजन समेत जरूरी चिकित्सा उपकरण मुहैया कराने के लिये मार्च 2020 में कोविड-19 महामारी के दौरान अधिकारियों के अंतर मंत्रालयी शक्तिसंपन्न समूह का गठन किया गया था.

मंत्रालय ने कहा, ‘ऑक्सीजन निर्माण इकाइयों में उत्पादन बढ़ाया गया है. पहले से स्टॉक मौजूद है. फिलहाल ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में मौजूद है.’

मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इसके अलावा जरूरत के हिसाब से राज्यों को ऑक्सीजन की सुगम आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये नियंत्रण कक्ष बनाने और सिलेंडरों तथा टैंकरों की आवश्यकता की समीक्षा करने का भी निर्देश दिया गया है.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

बयान के अनुसार, स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय और इस्पात मंत्रालय के साथ उद्योग एवं आंतरिक कारोबार प्रोत्साहन विभाग (डीपीआईआईटी) द्वारा संयुक्त रूप से संक्रमण की उच्‍च संख्‍या वाले राज्‍यों की दैनिक समीक्षा की जा रही है. इन बैठकों में ऑक्‍सीजन विनिर्माता तथा इस्‍पात इकाइयां भी उपस्थित रहती हैं.

इसके परिणामस्वरूव ऑक्सीजन आपूर्ति को सुगम बनाने, आपूर्ति या टैंकर आवाजाही पर दो राज्‍यों के बीच उठने वाले मुद्दों के समाधान आदि के लिए राज्‍यों को प्रारंभिक सहायता प्रदान किये जाने में मदद मिली है.

अधिकार सम्पन्न समूह-2 के दिशा-निर्देशों के अनुरूप डीपीआईआईटी, स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्रालय, इस्पात मंत्रालय, गंभीर रूप से प्रभावित विभिन्न राज्यों, ऑक्सीजन विनिर्माताओं के प्रतिनिधियों सहित प्रमुख हितधारकों के साथ पेट्रोलियम और विस्फोटक सुरक्षा संगठन (पीईएसओ), अखिल भारतीय औद्योगिक गैस विनिर्माता संघ (एआईआईजीएमए) के अधिकारियों के बीच विस्तृत दैनिक विचार-विमर्श के आधार पर प्रभावित राज्यों को मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए स्रोतों की एक विस्तृत दैनिक मैपिंग की तैयारी चल रही है ताकि मेडिकल ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके.

मंत्रालय के अनुसार, देश में ऑक्सीजन के लिए लगभग 7,127 एमटी की पर्याप्त उत्पादन क्षमता है और आवश्यकतानुसार, इस्‍पात संयंत्रों के पास उपलब्ध अधिशेष ऑक्सीजन को भी उपयोग में लाया जा रहा है. देश में प्रतिदिन 7,127 एमटी ऑक्सीजन की दैनिक उत्पादन क्षमता है.

ईजी-2 द्वारा निर्देश दिया गया है पिछले दो दिनों से कुल उत्पादन 100 प्रतिशत रहा है, क्योंकि मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति बहुत तेजी से बढ़ी है. 12 अप्रैल 2021 को, देश में मेडिकल ऑक्सीजन की खपत 3,842 एमटी थी, जो कि दैनिक उत्पादन क्षमता का 54 प्रतिशत है.

इसमें कहा गया है कि देश में मेडिकल ऑक्सीजन की अधिकतम खपत महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली जैसे राज्‍यों द्वारा की जा रही है, जिसके बाद छत्तीसगढ़, पंजाब, राजस्थान का स्‍थान आता है.

बयान के अनुसार, ‘विनिर्माण संयंत्रों के साथ औद्योगिक ऑक्सीजन स्टॉक सहित देश का वर्तमान ऑक्सीजन स्टॉक 50,000 एमटी से अधिक है. ऑक्सीजन विनिर्माण इकाइयों में उत्पादन में वृद्धि और उपलब्ध सरप्‍लस स्टॉक के साथ, ऑक्सीजन की वर्तमान उपलब्धता पर्याप्त है.’


यह भी पढ़ें: वैक्सीन और बेड्स के सहारे कोविड से लड़ने को तैयार है हरियाणा, लॉकडाउन की ज़रूरत नहींः मंत्री अनिल विज


 

share & View comments