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Friday, 24 March, 2023

राजेश राजगोपालन

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मत-विमत

SP-BSP की अनबन ने लोहिया की जन्मभूमि में उन्हें और बाबासाहब को दशकों तक कैसे ‘दुश्मन’ बनाए रखा?

बदली हुई परिस्थितियों में उस दुश्मनी की बर्फ तो खैर काफी हद तक पिघल गई है, लेकिन उसे 1993 की ऐतिहासिक यारी और उसकी बिना पर अपने सुनहरे दौर तक ले जाने के लिए जिस राजनीतिक विवेक की जरूरत है, सपा व बसपा के दुर्दिन में भी वह उनके नेतृत्वों में दिखायी नहीं दे रहा.

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महाराष्ट्र : किसानों से करीब चार करोड़ रुपये की ठगी में निजी बीमा कंपनी के 10 कर्मियों पर मामला दर्ज

अकोला (महाराष्ट्र), 23 मार्च (भाषा) पुलिस ने महाराष्ट्र के अकोला जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) के कार्यान्वयन के लिए सूचीबद्ध एक...

लास्ट लाफ

भारत में हैप्पीनेस रिपोर्ट में नीचे है, पर खुशी पटना जंक्शन और दीवार पर लगे पोस्टर में दिख रही है

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए पूरे दिन के सबसे अच्छे कार्टून.