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मंगलवार, 1 जुलाई, 2025

राजेश राजगोपालन

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मत-विमत

होसबोले, धनखड़, शिवराज और हिमंत ने मोदी को BJP के संविधान में बदलाव करने की एक और वजह दी

समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता ऐसे शब्द हैं जिन्हें भाजपा नेता न पूरी तरह अपनाना चाहते हैं और न ही खुले तौर पर नकार पा रहे हैं. इसी उलझन की वजह से पार्टी अब इन विचारों का अपना मतलब गढ़ने की कोशिश कर रही है और वह भी थोड़े अटपटे और बेतुके तरीके से.

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आरएसएस पर टिप्पणी करने को लेकर प्रियांक खरगे की बिहार के भाजपा नेताओं ने आलोचना की

पटना, एक जुलाई (भाषा) बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं ने केंद्र में कांग्रेस के सत्ता में लौटने की स्थिति में राष्ट्रीय स्वयंसेवक...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.