इस मामले में पश्चिमी दिल्ली पुलिस ने संजीदगी, सख्ती और त्वरित कार्रवाई की और शाम होते होते तीन आरोपियों को हिरासत में ले लिया. घटना के संबंध में प्राथमिकी दर्ज की गई है.
सफदरजंग अस्पताल में लड़की के इलाज में जुटे डॉक्टर ने कहा, उसका चेहरा सात-आठ प्रतिशत तक झुलस गया है और आंखों पर भी असर हुआ है. फिलहाल उसकी हालत स्थिर है.
एमपी पुलिस में 25 साल की कांस्टेबल शालिनी चौहान अपराधियों और पीड़ितों की पहचान के लिए करीब 2 महीने तक महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में एक छात्र की तरह रहीं. इस मामले में 11 गिरफ्तारियां हुईं हैं.
पुलिस ने उसके बंबल ऐप रिकॉर्ड की छानबीन की थी और श्रद्धा की हत्या के लगभग 12 दिन बाद 30 मई को ऐप के माध्यम से आफताब के संपर्क में आई एक लड़की के बारे में पता चला था.
दिल्ली के सीपी रवींद्र यादव ने बताया कि मां-बेटे अंजन दास को मारने के लिए पहले उसे शराब में नींद की गोलियां पिलाई और उसके बाद बेहोशी की हालत में उसकी हत्या कर दी.
मृतक महिला के परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसमें कहा गया था कि वह 10 नवंबर से लापता है. 15 नवंबर को स्थानीय पुलिस को एक महिला के शरीर के अंग कुएं से मिले थे जिसका सिर गायब था.