राष्ट्रीय राजधानी में निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या में भी वृद्धि हुयी है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार निषिद्ध क्षेत्र की संख्या रविवार को अब बढ़ कर 3,878 हो गयी है जो शनिवार को 3,857 थी.
दिप्रिंट की तरफ से दायर एक आरटीआई के जवाब में आईसीएमआर ने कहा कि उसके पास केवल कुल टेस्ट का डाटा है, साथ ही जोड़ा कि आरएटी और आरटी-पीसीआर के बारे में विशिष्ट डाटा रखना राज्यों की जिम्मेदारी है.
कोविड-19 से एक दिन में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या के रोजाना नये मामलों से ज्यादा होने का रूख बना हुआ है और एक दिन में बीमारी से 49,082 मरीज ठीक हुए.
पश्चिम बंगाल में ‘घुसपैठिये’ या ‘तुष्टीकरण’ जैसे शब्द बहुत कम सुनाई पड़ते हैं, न ही ‘मंगलसूत्र’ या अमित शाह द्वारा ममता बनर्जी के ‘मां, माटी, मानुष’ नारे को ‘मुल्ला, मदरसा, माफिया’ में बदलने जैसे वाक्या सुनाई देते हैं.