मैतेई समाज की 'मीरा पैबिस' ने मणिपुर झड़पों के बीच निगरानीकर्ताओं की भूमिका निभाई है. उनका कहना है कि वे अपनी सुरक्षा खुद कर रहे हैं, लेकिन सुरक्षाकर्मी उन्हें विवादास्पद बताते हैं.'
दिल्ली के बाढ़-विस्थापितों को सरकार की मदद और उनके घरों को नए सिरे से बनाने का इंतजार है. पिछले सप्ताह दिल्ली में बाढ़ से लगभग 2.5 लाख लोग विस्थापित हुए.
बाड़मेर स्थित पाकिस्तानी हिंदुओं के साथ काम करने वाले वकालत समूहों का कहना है कि वे बहुत खराब परिस्थितियों में रहते हैं. प्रवासियों का कहना है कि पाकिस्तान में उन्हें 'काफिर' और भारत में पाकिस्तानी कहकर अपमानित किया जाता है.
यूपीएससी के सपने को पूरा करने के लिए एस्पिरेंट्स के परिवार कभी कर्ज़ लेते हैं तो कभी अपने खाने में कटौती कर कोचिंग और बड़े शहरों में रहने का खर्च जुटाते हैं.
जे साई दीपक ने कहा कि उनके जैसी रूढ़िवादी आवाज़ों के लिए 2014 से पहले कोई जगह नहीं थी. सौरभ किरपाल सहमत हुए लेकिन उन्होंने कहा कि अब अन्य आवाज़ों को बाहर नहीं किया जा सकता है.
रबूपुरा के गांव वाले अब अपनी वीर-ज़ारा और गदर: एक प्रेम कथा का इंतजार कर रहे हैं. इस बीच, मुस्लिम निवासियों को चिंता हो रही है कि इससे सांप्रदायिक तनाव पैदा होगा.
वॉइस आर्टिस्टों ने अकेले ही पैन इंडिया दक्षिण-उत्तर क्रॉसओवर सिनेमा की का-चिंग दौर का निर्माण किया. वे गुमनाम रहते हैं, और बिना स्टारडम के कम वेतन में काम करते है.
ग्रीन आर्मी का उद्देश्य घरों में महिलाओं के खिलाफ होने वाले उत्पीड़न और यौन व घरेलू हिंसा के खिलाफ खड़े होने में मदद करना है. लेकिन अब वे आर्थिक स्वतंत्रता भी चाहती हैं.
तमिलनाडु भाजपा की आध्यात्मिक और मंदिर विकास शाखा खुद को 'हिंदू संस्कृति' और मंदिरों के संरक्षक के रूप में पेश कर रही है, जिसके बाद राज्य सरकार और बीजेपी आमने-सामने है.
‘लहर’ वाले चुनाव के दौरान मतदाताओं का उत्साह चरम पर होता है. एक बेहतर भविष्य की उम्मीदें रहती हैं, कभी-कभी प्रतिशोध का भाव भी रहता है. इन सबके मद्देनज़र 2024 का चुनाव अप्रत्याशित रूप से मुद्दा विहीन चुनाव नज़र आ रहा है.