scorecardresearch
Sunday, 3 December, 2023

वंदना मेनन

वंदना मेनन
60 पोस्ट0 टिप्पणी
वंदना मेनन 'दिप्रिंट' में पत्रकार हैं. इन्होंने अशोक विवि की यंग इंडिया फेलोशिप की है. इससे पहले इन्होंने क्राइस्ट युनिवर्सिटी में इतिहास, राजनीति, अर्थशास्त्र की पढ़ाई की. इनकी रुचि के विषय हैं- मानवाधिकार के मसले, साहित्य, शांति तथा संघर्ष संबंधी अध्ययन, इतिहास, राजनीति, अंतरराष्ट्रीय संबंध. इनसे संपर्क करें- vandana.menon@theprint.in इनका ट्वीटर है- @vandana_menon

मत-विमत

मोदी की साख अब दांव पर है, उन्हें सीमा पर चीन के दबदबे को लेकर निष्क्रियता छोड़नी चाहिए

अगर पर्याप्त राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखाई जाती तो 1000 वर्गकिमी पर पुरानी स्थिति 2020 में ही बहाल की जा सकती थी. इसकी जगह हमने विफलताओं को ढकने के लिए राजनीतिक तथा सैन्य निष्क्रियता देखी.

वीडियो

राजनीति

देश

नवंबर में एफपीआई भारतीय बाजार में लौटे, इक्विटी में 9,000 करोड़ रुपये डाले

नयी दिल्ली, तीन दिसंबर (भाषा) दो महीनों तक शुद्ध बिकवाल रहने के बाद विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने नवंबर में एक बार फिर...

लास्ट लाफ

रेवड़ी संस्कृति और उत्तरकाशी सुरंग बचाव अभियान की ‘सिलेक्टिव मीडिया कवरेज’

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.