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Wednesday, 17 April, 2024
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समाज-संस्कृति

गूगल का बैन, टिक टॉक पर सेलिब्रिटी बनने का सपना अब भूल जाएं

जैसे-जैसे आप वीडियोज़ देखते जाएंगे, ये मशीनी दुनिया आपकी रुचि के बारे में जानकारी लेती जाएगी और लगातार वीडियोज़ दिखाती चली जाएगी.

प्योर हिन्दी बोल नहीं पाता, व्हाट शुड आई डू सर? युवाओं के बीच हिंदी की दुर्दशा

कहा जा रहा है हिन्दी एक कठिन भाषा है, चुनांचे वह सर्वग्राही नहीं. अगर यह सच है तो युवाओं में शुद्ध हिन्दी बोलने सुनने की उत्कंठा क्यों?

कश्मीर की ‘चुड़ैल रानी’ जिसने गज़नवी को धूल चटाई, दुनिया को दिया गुरिल्ला वार

हमारा महानायकों का देश है, इसी देश में महिला महानायक है दिद्दा. कश्मीर की रानी. जिसे इतिहास के पन्नों में चुड़ैल रानी का दर्जा दिया.

मिस इंडिया बनने की ज़िद में रूठ कर बैठ जाती थी हरियाणा की ये छोरी

गोवा में 30 मार्च को मिस इंडिया खिताब जीतने वाली हरियाणा के रेवाड़ी जिले की 20 साल की अंजलि शर्मा न सुन सकती हैं और न ही बोल सकती हैं.

भारत में फेक न्यूज की फैक्ट्री बन गए हैं फेसबुक, वाट्सएप

फेसबुक का काम अन्य मीडिया प्लेटफॉर्म्स से अलग है क्योंकि चुनाव में मांग के अनुसार चुनावी एजेंडा को आगे बढ़ाने के लिए पेज, ग्रुप्स और खातों के नाम बदल दिए गए हैं.

5 वो धाकड़ स्टार जो हरियाणा के हर पोस्टर में छाए रहते हैं

ये तो आने वाला समय ही बताएगा कि हरियाणा के ये स्टार राजनीति में चमकेंगे की नहीं. लेकिन चुनावी प्रोग्राम्स के पोस्टर्स में आप इनके चमकते चेहरे जरूर देख पाएंगे.

राह आसान नहीं है महिला निर्देशकों की

यह पुरुषों की बपौती माना जाता है, मगर इन सब ने मिलकर पितृसत्ता के इस गढ़ पर धावा बोला है. उनकी सोच बहुत सधी हुई और व्यावसायिक है.

सपना चौधरी: हरियाणा का तूफान, स्टेज की मल्लिका और क्रांतिकारी सुपर स्टार

सपना बताती हैं कि 'आंख्यां का यो काजल' पर वो हज़ारों बार डांस कर चुकी हैं. एक-एक प्रोग्राम में उन्हें इस गाने पर कम से कम 5-5 बार डांस करना पड़ता है.

पिछड़े पावें सौ में साठ का नारा बुलंद करने वाले नायक राममनोहर लोहिया

आखिर थे कौन राममनोहर लोहिया और क्यों उन्हें देश का सबसे अनोखा नेता कहा जाता है? राजनीति और समाज को बदलने में उनके योगदान की अनदेखी क्यों की गई.

377 एब नॉर्मल: कैसे देखते हैं ‘नॉर्मल’ लोग एलजीबीटी समुदाय को

अब इसी मुद्दे पर एक डेढ़ घंटे की फिल्म रिलीज़ हुई है. नाम है ‘377 एब नॉर्मल.’ यह सिनेमाघरों की जगह एक वेब प्लेटफार्म पर रिलीज हो रही है.

मत-विमत

BJP का ‘अब की बार 400 पार’ का नारा कोई नया विचार नहीं है, यह 73 साल पहले की एक राजनीतिक प्रतिज्ञा है

'अब की बार 400 पार' की उत्पत्ति जवाहरलाल नेहरू और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बीच हुई तीखी बहस से हो सकती है, जब श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने नेहरू को चेतावनी दी थी कि वह उनकी 'कुचलने वाली मानसिकता' को कुचल देंगे.

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राजनीति

देश

गाजियाबाद में राष्ट्रीय लोक दल के स्थानीय नेता को मारी गई गोली

गाजियाबाद, 16 अप्रैल (भाषा) उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मोटरसाइकिल सवार दो हमलावरों ने मंगलवार अपराह्न यहां जिला सहकारी बैंक के पास राष्ट्रीय...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.