माहौल को खराब करने की कोशिश करने वालों को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की बातों पर ध्यान देना चाहिए जिन्होंने तुच्छ राजनीतिक उद्देश्यों के ऊपर राष्ट्रीय हितों को तरजीह दिए जाने पर ज़ोर दिया है.
सवाल यह है कि इस बड़े पैकेज के लिए पैसा कहां से आएगा? टैक्स से कमाई और घरेलू उधार में इस साल गिरावट ही आएगी इसलिए भारत को विदेश से उधार लेने के लिए तैयार होना पड़ेगा.
इन कमेरों या उत्पादकों के बजाय ऐसे लोग ‘कोरोना वारियर’ बने हुए हैं, जो इन्हीं द्वारा उत्पादित अन्न व वस्तुएं बांटते हुए कैमरे की ओर देखकर मुसकुरा और अपने मुंह से अपनी करनी बखान रहे हैं.
सीडीएस रावत के नेतृत्व वाला सैन्य मामलों का विभाग सेनाओं के आवास और बुनियादी ढांचे संबंधी परियोजनाओं में सुधारों का प्रयास कर रहा है. लेकिन इसके द्वारा सुझाए गए उपाय दूरगामी परिवर्तनों के संकेत देते हैं.
कोविड-19 वायरस के खिलाफ जंग के वास्ते फंड इकट्ठा करने के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान ने जो लाइव टेलीथन किया उसमें वाहवाही लूट ले गए तबलीगी जमात के रसूखदार अगुआ मौलाना तारीक़ जमील.
लॉकडाउन से पीड़ित व्यवसायों को कर्मचारियों के कोविड-19 संक्रमित पाए जाने की स्थिति में प्रस्तावित दंडात्मक कार्रवाई पर केंद्रीय गृह मंत्रालय के ढुलमुल रवैये से गहरा झटका लगा है.
इस अप्रत्याशित समय में सवाल ये नहीं है कि सुविधा-संपन्न तबका अपनी सुविधाएं बाकी लोगों में क्यों बांटे बल्कि सवाल ये है कि आखिर वो ऐसा क्यों नहीं करे भला !