मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार की जनकल्याणकारी योजनाएं बीजेपी के लिए गेम चेंजर साबित हुई. लाडली बहना योजना के चलते महिलाएं भारतीय जनता पार्टी की ओर आकर्षित हुई.
एमपी चुनाव के नतीजे सीएम चौहान के नेतृत्व और लोकप्रियता के स्पष्ट समर्थन के रूप में आए हैं. केंद्रीय नेतृत्व अब शीर्ष पद के लिए उनके दावे को अनदेखी नहीं करेगा.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बाद नरोत्तम मिश्रा दूसरे नंबर के नेता माने जाते हैं, वह राज्य का एक प्रमुख ब्राह्मण चेहरा है. लेकिन उन्होंने अपने करियर में कई विवादों को जन्म दिया है.
भारतीय चुनाव आयोग के नवीनतम रुझानों के अनुसार भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में आगे चल रही है, जिसके बाद गौरव भाटिया ने कहा कि लोगों का आशीर्वाद भाजपा के साथ है.
छत्तीसगढ़ में दो चरणों में सात नवंबर और 17 नवंबर को मतदान हुआ था. मध्य प्रदेश में 17 नवंबर, राजस्थान में 25 नवंबर और तेलंगाना को 30 नवंबर को वोट डाले गए थे. मिजोरम में सात नवंबर को मतदान हुआ था. इन सभी राज्यों में मतगणना तीन दिसंबर को होगी.
चुनाव आयोग के आंकड़ों से पता चलता है कि राज्य की 2.72 करोड़ महिला मतदाताओं में से 76% ने मतदान किया. भाजपा अधिक मतदान का श्रेय अपनी योजनाओं को देती है, कांग्रेस इस बात को रेखांकित कर है कि पुरुषों का मतदान अभी भी अधिक है.