दिप्रिंट अपने इस राउंड अप में बता रहा है कि पूरे हफ्ते के दौरान उर्दू मीडिया ने विभिन्न खबरों को कैसे कवर किया और उनमें से किस घटना को संपादकीय में जगह दी.
दिप्रिंट अपने इस राउंड अप में बता रहा है कि पूरे हफ्ते के दौरान उर्दू मीडिया ने विभिन्न खबरों को कैसे कवर किया और उनमें से किस घटना को संपादकीय में जगह दी.
निजामुद्दीन इलाके के पास मथुरा रोड और लोधी रोड के व्यस्त जंक्शन पर स्थित ये स्मारक बस एक झलक भर दिखा करता था. रोचक बात ये है कि सब्ज़ बुर्ज, जिसका अर्थ है हरा गुंबद, वास्तव में नीला है.
दिप्रिंट अपने इस राउंड अप में बता रहा है कि पूरे हफ्ते के दौरान उर्दू मीडिया ने विभिन्न खबरों को कैसे कवर किया और उनमें से किस घटना को संपादकीय में जगह दी.
सुब्बाराव का जाना शांति की दिशा में अपने ढंग से प्रयासरत व्यक्तित्व का हमारे बीच से विदा होना है. उनसे जुड़ी अनेक स्मृतियां देशवासियों के मन को आलोकित करती रहेंगी.
सत्यजीत रे कम शब्दों में बात कहते हैं,क्योंकि सिनेमा में आने से पहले से ही बहुआयामी कलाकार थे, चित्रकार, लेखक, इलस्ट्रेटर, संगीतकार. तो इतनी समग्रता में कलाएं खिलकर उनके सिनेमा में आती हैं कि सुखद हैरानियों का सिलसिला बन जाता है.
पश्चिम बंगाल में ‘घुसपैठिये’ या ‘तुष्टीकरण’ जैसे शब्द बहुत कम सुनाई पड़ते हैं, न ही ‘मंगलसूत्र’ या अमित शाह द्वारा ममता बनर्जी के ‘मां, माटी, मानुष’ नारे को ‘मुल्ला, मदरसा, माफिया’ में बदलने जैसे वाक्या सुनाई देते हैं.