जसिंता केरकेट्टा की कविताओं से स्पष्ट दिखलाई पड़ता है कि इन कविताओं के पीछे गहरे अनुभव और बहुत हद तक खुद झेली हुई पीड़ा का संसार है. यही चीज़ उनकी कविताओं से बेबाकी के साथ प्रतिरोध का स्वर उभारती हैं.
पेश है दिप्रिंट का इस बारे में राउंड-अप कि उर्दू मीडिया ने इस सप्ताह के दौरान विभिन्न समाचार घटनाओं को किस तरह कवर किया, और उनमें से कुछ ने इन पर किस तरह की संपादकीय टिप्पणियां कीं.
‘जेल डायरी’ के पन्नों से हमें पता चलता है कि भगतसिंहजी गुरुनानक देव महाराजजी, गुरु गोविंदसिंहजी, समर्थ गुरु रामदासजी, रवींद्रनाथ टैगोरजी, विलियम वर्ड्सवर्थजी, मार्क्स, एंजेल्स, बुखारिन लेनिन, बर्टेड रसेल आदि के जीवन एवं विचारों से प्रभावित थे.
कश्मीरी विस्थापित दादा और दिल्ली में पढ़ रहे पोते को रूपक की तरह इस्तेमाल करते हुए फिल्मकार असल में हमें पुरानी और नई पीढ़ी के सच से भी रूबरू कराते हैं.
दिप्रिंट अपने राउंडअप में बता रहा है कि इस सप्ताह उर्दू मीडिया ने देश-दुनिया की विभिन्न घटनाओं को कैसे कवर किया और उनमें से कुछ पर उनका संपादकीय रुख क्या रहा.
दिप्रिंट अपने राउंडअप में बता रहा है कि इस सप्ताह उर्दू मीडिया ने देश-दुनिया की विभिन्न घटनाओं को कैसे कवर किया और उनमें से कुछ पर उनका संपादकीय रुख क्या रहा.