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Thursday, 2 May, 2024
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जनरल परवेज़ मुशर्रफ : तानाशाह की मौत याद दिलाती है कि उन्होंने कैसे पाकिस्तान को अशांत विरासत सौंपी

अपना देश छोड़ने के तीन साल बाद मुशर्रफ पाकिस्तान लौट आए लेकिन उनके राजनीतिक करिअर की सारी संभावनाएं खत्म हो चुकी थीं. 2013 में उन्हें घर में नजरबंद रखा गया था.

अडाणी कुछ कमजोर भले पड़े हों लेकिन उनका अंत नहीं हुआ है, अब वे जो करेंगे उस पर नज़र रखिए

इस समूह का पूरा ध्यान अब अपने कर्जों के भुगतान पर रहेगा ताकि उसकी वित्तीय साख बनी रहे. नई महत्वाकांक्षी परियोजनाओं के लिए पैसा जुटाना तभी मुमकिन हो पाएगा जब उसकी वित्तीय स्थिति स्थिर होगी.

अरुणाचल का काहो भारत का पहला वाइब्रेंट विलेज बनने वाला है लेकिन चीन इस मामले में हमसे मीलों आगे है

बीजिंग ने 624 मॉड्यूलर सीमावर्ती गांवों का निर्माण पूरा कर लिया है, जबकि भारत ने अभी पहले पर काम शुरू कर दिया है.

बजट की सुर्खियों पर भी भारी पड़ी गौतम अडाणी से जुड़ी खबरें, अभी तो कहानी शुरू हुई है

जिस तरह ज्वार की स्थिति सभी नावों को पानी में ऊपर उठा देती है,उसी तरह सुनामी उन्हें डुबो भी देती है. ऐसे में जो खुद को बचाने की कोशिश कर सकते हैं, वो करते हैं.

बाज़ार तो जीत गया, अब अडाणी तय करें कि वे हारेंगे या नहीं

इस तरह की परिस्थिति में राजनीतिक सत्तातंत्र अगर यह फैसला करता है कि एक कॉर्पोरेट और बाज़ार आपस में निबट लें तो यह माना जाएगा कि भारत में पूंजीवाद समझदार हो गया है.

बजट 2023 रक्षा खर्च पर बहस तेज कर रहा है लेकिन भारतीय पुलिस ने भीख मांगना छोड़ दिया है

बरसों से विशेषज्ञों ने पुलिस के संबंध में केंद्र-राज्य संबंधों पर पुनर्विचार करने की दलील दी है. पुलिस की फंडिंग पर बहस करने का समय तेजी से निकला जा रहा है.

भारत जोड़ो यात्रा ने राहुल गांधी को दिया दूसरा मौका, ‘अपरिपक्व’ होने की इमेज खत्म हुई

नरेंद्र मोदी जैसे नेता के खिलाफ एक वंशवादी परिवार किसी भी तरह से हमला नहीं कर सकता था. लेकिन अब, जिस तरह से उन्हें समझा जाता है, उसमें बदलाव के साथ, राहुल गांधी के पास आखिरकार एक मौका है.

अमृत काल के बजट में सब एकदम साफ दिख रहा है, जरा सी भी सूट-बूट की सरकार नहीं दिखना चाहती

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बार-बार अमृत काल को भारत के लिहाज से सर्वाधिक अवसरों वाला समय बता रहें हैं. मोदी सरकार की हर योजना को अमृत काल के ही दायरे में देखा जा रहा है. ऐसे में आया यह पहला बजट क्या बताता है?

पठान से लेकर मिशन मजनू तक, रॉ के एजेंटों को पाकिस्तानियों से बेहतर कोई नहीं जानता

तो क्या हुआ अगर रॉ एजेंट टाइगर, पठान और विनोद की हनी-ट्रैप होने की प्रवृत्ति है, हमने उन्हें अपने ही आईएसआई में गिन लिया है.

मोदी सरकार 2023 के चुनावी बजट में सुपर अमीरों को बोनस देना नहीं भूली

यह बजट जो राजनीतिक संदेश दे रहा है उस पर गौर कीजिए, यह पिछले साल पकड़ी गई दिशा में ही आगे का कदम है और सरकार के अति आत्मविश्वास को दर्शाता है.

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मोदी का रिपोर्ट कार्ड कहां है? वह इसे मंगलसूत्र, मुसलमानों के पीछे ध्यान भटकाकर छिपाने की कोशिश में जुटे हैं

चुनाव मंत्री – माफ कीजिएगा, प्रधानमंत्री सच्चाई से वाबस्ता करना पसंद नहीं करते. उन्हें बॉलीवुड की कल्पनाएं, भ्रम के बुलबुले और साफ-सुथरे माहौल में सज धज कर फोटो खिंचवाना पसंद है.

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अहमदाबाद, एक मई (भाषा) विपक्षी दल कांग्रेस ने बुधवार को आरोप लगाया कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार ने कोरोना...

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सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.