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Saturday, 4 May, 2024
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कई वैश्विक सूचकांक हो सकता है कि गलत हों पर भारत विदेशी आलोचनाओं को लेकर तुनुकमिजाजी न दिखाए

या तो यह रेंकिंग के दोषपूर्ण तरीके को उजागर करता है या शुद्ध पूर्वाग्रह को. इससे इन सबको नकारने की या यह दावा करने प्रवृत्ति पैदा होती है लेकिन भारत में व्यवस्थागत दोषों की ओर से आंखें नहीं मूँदी जा सकतीं.

मणिपुर में मैतेई समुदाय ST दर्जे के हकदार हैं, पादरियों को इसे हिंदू-ईसाई संघर्ष में नहीं बदलना चाहिए

हालांकि, एसटी का दर्जा देने में समय लगेगा. लेकिन, मोदी सरकार मेइती समुदाय की आशंकाओं को दूर करने के लिए पूरे मणिपुर में अनुच्छेद 371 के प्रावधानों का विस्तार करने पर विचार कर सकती है.

इमरान की वापसी लोकतंत्र की जीत और पाकिस्तान के लिए आपदा क्यों साबित हो सकती है

इमरान खान प्रकरण पाकिस्तान जैसे बड़े देश में लोकतंत्र से जुड़ी आशंकाओं के दुर्भाग्यपूर्ण विचारों को रेखांकित करता है.

कर्नाटक चुनाव दिखाता है कि 2024 में BJP को हराने के लिए किसी जादू की छड़ी की जरूरत नहीं

कांग्रेस की जीत से बीजेपी को राष्ट्रीय स्तर पर हराने का दरवाजा खुलता है और उस तक पहुंचने की राह निकलती है. विपक्ष को इस राह पर डटे रहना है.

वो तीन कारण जिसके लिए योगी आदित्यनाथ यूपी के शहरी स्थानीय निकाय चुनाव में पसीना बहा रहे हैं

यूपी में शहरी स्थानीय निकाय चुनाव योगी आदित्यनाथ और उनके शासन के बारे में हैं. गैंगस्टर मुठभेड़ों पर उनका माफिया-को-मिट्टी-में-मिला-देंगे वाला वाला बयान आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.

कैसे ‘जहरीला सांप’ और ‘बजरंग दल’, कर्नाटक चुनाव में पीएम मोदी और बीजेपी की नैया पार लगाएगा

सत्‍ता से बेदखल होने के कारण कांग्रेस नेताओं की खीज समझ में आती है लेकिन जिस तरह से वह मोदी विरोध के मुद्दे हर बार पहला मुद्दा बना देती है उससे सत्ताधारी दल की कमजोरियों को उजागर करने वाले बाकी अहम मुद्दे गौण हो जाते हैं.

वो चार कारण जो बता रहे हैं कि कर्नाटक की चुनावी हवा कांग्रेस के पक्ष में चल रही है

अब बड़े बिलबोर्डस् लगे दिखाई नहीं देते. ना ही दीवारों पर चुनावी इश्तहार लिखे हैं. इधर-उधर चंद फ्लेक्स लगे जरूर नजर आ जायेंगे लेकिन चुनाव-प्रचार करती हुई कोई गाड़ी शायद ही देखने को मिले. कर्नाटक चुनाव मानो एकदम से भूमिगत हो चला है.

ईरान-सऊदी शांति समझौते में चीन की भूमिका से उभरी भू-राजनीति के भारत के लिए क्या हैं मायने

यह देखना दिलचस्प होगा कि चीन के मध्यस्थता के कारण इस समझौते से उत्पन्न परिस्थितियों का भारत अपने हित में कितना फायदा उठा सकता है.

क्षेत्रीय मुक्त व्यापार समझौतों, PLI की नाकामी पर भारत के रुख से मोदी के आलोचक न डरें

दोनों की आलोचना के लिए मसाला तो है लेकिन माल-असबाब का निर्यात अब भारत की व्यापार में वृद्धि करने वाला ड्राइवर नहीं रह गया है, और पीएलआइ के मद में पांच साल में जीडीपी के 1 फीसदी के 10वें हिस्से के बराबर ही जाएगा.

केंद्र सरकार या तो जाति जनगणना कराए या फिर संविधान संशोधन करके राज्यों को करने दे

नरेंद्र मोदी की पहली सरकार में 2018 में ये फैसला हुआ कि 2021 की जनगणना में ओबीसी की गिनती की जाएगी. राजनाथ सिंह ने इसकी घोषणा भी कर दी थी. लेकिन 2019 का चुनाव निपटने के बाद सरकार ने अपना रुख बदल लिया.

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मप्र: बलात्कार की शिकायत के बाद डिप्टी कलेक्टर गिरफ्तार

बड़वानी (मध्य प्रदेश), तीन मई (भाषा) मध्य प्रदेश के बड़वानी में एक महिला कर्मचारी की शिकायत के बाद डिप्टी कलेक्टर को बलात्कार के आरोप...

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सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.