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Thursday, 20 November, 2025
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‘2001 की चुनावी हिंसा ने जिंदगी बदल दी’, बांग्लादेश में गैंगरेप पीड़िता को 2024 चुनाव का सता रहा है डर

जुलाई में बांग्लादेश में हिंसा भड़की थी. बीएनपी चुनाव जीतने के लिए सड़कों पर उतर आई थी. यह चुनाव के बाद हुई उस हिंसा की याद दिलाता है जब वह 2001 में जीती थी.

मुंबई जू में एक पूरी पेंगुइन कॉलोनी बन चुकी है, एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत हैदराबाद जू भेजना चाहते हैं

पेंगुइन एक विशेष तापमान वाले बाड़े में रहते हैं. पेंगुइन के बाड़े को रेतीला और चट्टानी क्षेत्र वाला बनाया जाता है. साथ ही उसके लिए विशेष विश्राम की जगह, एक जलकुंड और घोंसला अलग से बनाया जाता है.

गहलोत महंगाई राहत के तहत गैस, बिजली और पेंशन दे रहे, लेकिन अब लोगों को सेलफोन का इंतजार है

मुख्यमंत्री भाजपा पर पलटवार कर रहे हैं, जो उनकी सरकार पर 'रेवड़ी संस्कृति' का आरोप लगाती है और जोर देकर कहती है कि वे मुफ्त नहीं बांट रहे बल्कि फाइनेंशियल मैनेजमेंट कर रहे हैं.

जादवपुर विश्वविद्यालय में छात्र की आत्महत्या का कारण कोई नहीं जानता. यह अब भी एक ओपन सीक्रेट है

जादवपुर विश्वविद्यालय में न केवल कक्षाओं में बल्कि पूरे पश्चिम बंगाल में यह चर्चा तेज़ हो गई है. बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने छात्र की मौत को 'जघन्य अपराध' बताया है.

कुतुब मीनार हर रात बुर्ज खलीफा में बदल जाता है और यह भारतीय संस्कृति के चेहरे में बदल जाता है

टैगबिन टेक्नोलॉजी कंपनी द्वारा डिजाइन किया गया यह शो तमिलनाडु के ओडंथुराई गांव से लेकर मेघालय के कोंगथोंग तक की सफलता और सशक्त कहानियों को पेश करता है.

शबाना आज़मी से नसीरुद्दीन शाह तक- कैसे बॉलीवुड सितारों ने दिल्ली के थिएटर में एक बार फिर जान डाल दी

दिल्ली थिएटर फेस्टिवल, महिंद्रा एक्सीलेंस इन थिएटर अवार्ड्स और भारत रंग महोत्सव जैसे कार्यक्रम राजधानी के थिएटर प्रेमियों के लिए सांस्कृतिक उत्सव से कम नहीं हैं.

1980 का मुरादाबाद नरसंहारः लापता आदमी की कहानी, यादें, एक रात वाली मस्जिद

13 अगस्त 1980 को मुस्लिम नमाजियों पर यूपी पुलिस की अंधाधुंध फायरिंग में सैकड़ों लोग मारे गये. सीएम आदित्यनाथ पुलिस को क्लीन चिट देने वाली जस्टिस एमपी सक्सेना रिपोर्ट को सार्वजनिक कर रहे हैं.

आज़ादी के 76 साल बाद भी पाकिस्तान से भारत लौटे लोगों के ज़ेहन में घरों को देखने की कसक बाकी…

आज़ादी को 76 बरस हो गए हैं...तो वहीं, अपने वतन, आंगन को छोड़कर आए लोगों में से कुछ के मन में आज भी अपने मूल घरों को देखने की एक आस बची है...तो कुछ उस मंज़र को याद भी नहीं करना चाहते.

‘हमारा काम सिर्फ ड्राइवर, राइडर को शांत कराना नहीं’, उबर की 24×7 सेफ्टी हेल्पलाइन को संभालने वाले लोग

विशाखापत्तनम और हैदराबाद में सैकड़ों उबर सुरक्षा एजेंट पूरे भारत में सवारियों और ड्राइवरों की बात सुनकर उनकी शिकायतों, विवादों और आपात स्थितियों से निपटने में चौबीसों घंटे उनकी मदद कर रहे हैं.

‘मैं जल्द ही घर वापस आऊंगा’, नूंह हिंसा में अपने प्रियजनों को खोने वालों ने याद किया उनके आखरी शब्द

हिंसा में मारे गए लोगों में दो होम गार्ड, दो बजरंग दल के सदस्य और एक हलवाई शामिल थे. परिवार अभी भी सदमे में हैं और अपने परिवार के सदस्य को खोने के दुख से उबरने की कोशिश कर रहे हैं.

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बिहार में विभिन्न दलों के विजयी उम्मीदवारों को 60 हजार से 1.5 लाख तक वोट मिले: निर्वाचन आयोग

नयी दिल्ली, 19 नवंबर (भाषा) बिहार में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में विभिन्न दलों के विजयी उम्मीदवारों को 60 हजार से लेकर...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.