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Saturday, 4 May, 2024
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मुंबई के पारसी साहबों का एक रहस्य है- गुजरात के गांवों में उनके आदिवासी भाई हैं

वहां एक सूक्ष्म जाति व्यवस्था है. अधिकांश मुंबई पारसी अपने आदिवासी भाइयों के बारे में चर्चा नहीं करना चाहते हैं. पुजारी गांवों में रहने से इनकार करते हैं और कोई अग्नि मंदिर नहीं बनाया गया है.

अच्छी सड़कें, नौकरी, सब कुछ है – फिर भी गुजरात GIFT सिटी क्यों बना हुआ है भूतिया शहर

गिफ्ट सिटी ओरेकल, बैंक ऑफ अमेरिका, सिरिल अमरचंद मंगलदास, सिटीबैंक, एनएसई जैसी 400 से अधिक कंपनियों के 20,000 से अधिक कर्मचारियों का घर है.

शिलांग के दलित सिख कहां जाएंगे? खासी से अनबन के बाद स्थानांतरण और पुनर्वास बना बड़ा मुद्दा

मज़हबी सिख 19वीं सदी में शिलांग आए थे. अब उन्हें शहर के प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्र में रहने वाले बाहरी लोग माना जाता है.

भारत में बने iPhones के साथ, तमिलनाडु सिर्फ चीन को ही नहीं बल्कि पूरे भारत को दे रहा है कॉम्पिटिशन

कभी राजीव गांधी की हत्या के लिए जाना जाने वाला श्रीपेरंबुदूर आज चीन के बाहर एप्पल के मुख्य असेंबली केंद्रों में से एक है. यहां ज्यादातर कर्मचारी इंजीनियरिंग डिग्रीधारी महिलाएं हैं.

‘पहले ही चेताया गया था’, हरियाणा के एक गांव में माता-पिता ने की बेटी की हत्या, ग्रामीणों ने किया सपोर्ट

लड़की के माता-पिता ने दावा किया कि उसकी मौत वॉशिंग मशीन में शार्ट सर्किट से हुई जबकि जब ग्रामीणों ने हस्तक्षेप किया तो उन्होंने इसे आत्महत्या का मामला बताया. हालांकि, उनमें से कोई भी अपने द्वारा बनाई गई कहानियों को बरकरार नहीं रख पाए.

10 करोड़ जीतने वाली केरल की 11 कचरा बीनने वाली महिलाएं, कैसे पड़ोसियों-रिश्तेदारों के आंख की बनीं किरकिरी

एक बार जब उनके बैंक खातों में नकदी जमा हो गई तो उनके इर्द-गिर्द के लोगों में ईर्ष्या बहुत तेजी से बढ़ी. लेकिन वे सभी इन बातों पर कोई ध्यान नहीं दे रही हैं. विजेताओं में से एक का कहना है, "गंजेपन और ईर्ष्या का कोई इलाज नहीं है."

आंबेडकर नगर उत्पीड़न, हाल्फ़ एनकाउंटर्स, बुलडोज़र न्याय- UP के 2 गांव और उनका अपना सच

आंबेडकर नगर के माता-पिता और गांव के बुजुर्गों का कहना है कि वे अपनी बेटियों को तब तक स्कूल नहीं भेजेंगे जब तक उनकी सुरक्षा की गारंटी नहीं हो जाती.

बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं हैं फैमिली कोर्ट, उनमें वेटिंग रूम, काउंसलर और खिलौनों की है जरूरत

बच्चों के लिए सुरक्षित स्थान न होने के बाद भी फैमिली कोर्ट उनके घरों की जगह ले लेती हैं, जो उनके माता-पिता के लिए युद्ध के मैदान जैसा हैं.

नेशनल म्यूज़ियम के गार्ड, गाइड सिर्फ कलाकृतियों के लिए फ़िक्रमंद नहीं — नौकरी बचाना भी है चुनौती

मोदी सरकार के सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का एक हिस्सा, युगे युगीन भारत नेशनल म्यूज़ियम तीन महीने में खुलेगा, लेकिन राष्ट्रीय संग्रहालय में कलाकृतियों को ट्रांसफर करने का काम अभी तक शुरू नहीं हुआ है.

मैदान नहीं, जूते नहीं, सुविधा नहीं लेकिन ओडिशा का देवगढ़ कैसे बन रहा है हॉकी के सितारों की फैक्ट्री

प्रसिद्ध हॉकी प्रेमी ओडिशा सरकार हरकत में है. कॉर्पोरेट दिग्गज टाटा के साथ जुड़कर, यह जमीनी स्तर पर प्रशिक्षण शिविर शुरू करने के लिए तैयार है जिसका उद्देश्य कच्ची प्रतिभा की खोज करना और भविष्य के राष्ट्रीय हॉकी सितारों को तैयार करना है.

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मप्र: बलात्कार की शिकायत के बाद डिप्टी कलेक्टर गिरफ्तार

बड़वानी (मध्य प्रदेश), तीन मई (भाषा) मध्य प्रदेश के बड़वानी में एक महिला कर्मचारी की शिकायत के बाद डिप्टी कलेक्टर को बलात्कार के आरोप...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.