राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में प्रदेश की जनता ने एकबार फिर राज बदलकर रिवाज कायम रखा है. 200 विधानसभा वाले राजस्थान में 199 सीटों पर चुनाव हुए जिसमें भारतीय जनता पार्टी 115 सीटों के साथ बड़ी जीत हासिल की है
भाजपा ने गहलोत सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर का फायदा उठाया और राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध, पेपर लीक, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से घिरे होने का नैरेटिव बनाया.
राज्य की 200 में से 199 सीट पर 25 नवंबर को मतदान हुआ था. करणपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के निधन के कारण चुनाव स्थगित कर दिया गया था. इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के झालरापाटन से भाजपा उम्मीदवार, वसुंधरा राजे ने 25वें दौर की गिनती के बाद 53,193 वोटों से जीत हासिल की.
हालांकि दो बार की सीएम को इस चुनाव में बीजेपी के सीएम उम्मीदवार के रूप में पेश नहीं की गई हैं, लेकिन वह राज्य में पार्टी के सबसे लोकप्रिय चेहरे के रूप में शीर्ष पद के लिए दावेदार बनी हुई हैं.
मीना कुमारी ने अलवर ग्रामीण सीट से अपने पिता बीजेपी के जयराम जाटव के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ा. जाटव भी कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी टीकाराम जूली से पीछे चल रहे हैं.
भाजपा ने खान को टिकट देने से इनकार कर दिया और उनकी जगह जितेंद्र जोधा को मैदान में उतारा, जो 2018 के चुनाव में जाट नेता डूडी से 40,602 वोटों के अंतर से हार गए थे.
मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बनती दिख रही है, तो वहीं, कांग्रेस पहली बार तेलंगाना में सत्ता पर काबिज़ होने जा रही है. पीएम मोदी ने किया, ‘जनता-जनार्दन को नमन!’. वहीं राहुल गांधी ने कहा, जनादेश स्वीकार, विचारधारा की लड़ाई रहेगी जारी.
‘सामान्य’ चुनावों में वोटर्स राष्ट्रीय और विधानसभा चुनावों में फर्क समझने लगे हैं और अलग-अलग तरीके से वोट करते हैं. ऐसा ही समकालिक चुनावों में भी होगा, इसमें कोई शक नहीं है.