आर्मी चीफ एम एम नरवणे ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि भारतीय सेना और चीनी सेना पूर्वी लद्दाख में विवाद वाले क्षेत्रों से सैनिकों को वापस बुलाने और तनाव कम करने के लिए किसी समझौते पर पहुंचने में सफल होंगी
रक्षा मंत्रालय का डाटा दर्शाता है कि लद्दाख, जम्मू-कश्मीर और अरुणाचल के सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थित रणनीतिक ठिकानों पर सड़कों और पुलों समेत अन्य निर्माण कार्य का उद्देश्य जरूरत पड़ने पर तेजी से सैन्य तैनाती की व्यवस्था करना है.
मेजर कमलेश मणि ने बताया कि चंजमुला में नियमित गश्त के दौरान वह 16 साल के गौहर मीर से मिले. मीर नौ सदस्यों वाले एक ऐसे बड़े परिवार से आता है, जहां चार लोग सुन या बोल नहीं सकते.
राजनाथ सिंह ने कहा, भारत के सशस्त्र बल देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने के लिए समर्पित हैं और वे देश की भूमि का एक इंच भी किसी को लेने नहीं देंगे.
रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि एवीआईसी एक दिग्गज कंपनी है जो बड़े पैमाने पर उपकरण बनाती है और आत्मनिर्भर है, जो एलएसी पर चीन के साथ तनाव को देखते हुए भारत के लिए एक चुनौती है.
कश्मीर में ‘22 अक्टूबर 1947 की स्मृतियां’ विषय पर दो दिन की संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है जिसमें यह रूपरेखा तैयार करने पर जोर दिया जाएगा कि प्रस्तावित थीम पर भावी प्रदर्शनी/संग्रहालय कैसे आकार लेगा.