कुल मिलाकर, इस साल 30 जुलाई तक 148 दहशतगर्द ढेर किए जा चुके हैं. जिनमें से 91 दहशतगर्द अप्रैल के बाद से मारे गए हैं. इसके मुकाबले 5 अगस्त 2019 से अप्रैल 2020 के बीच, आठ महीनों में ये संख्या केवल 57 थी.
राफेल को दुनिया के उत्कृष्ट लड़ाकू विमानों में से एक माना जाता है. अपनी एवियॉनिक्स, रडार और हथियार प्रणालियों के साथ यह दक्षिण एशिया का सबसे शक्तिशाली विमान है.
2016 में 36 राफेल विमानों के सौदे के समय भारत ने महंगा होने के कारण हैमर सिस्टम को समझौते बाहर रखा था. लेकिन चीन से चलते तनाव के बीच इसे तेज़ी से लैस किया जा सकता है.
1962 के भारत-चीन युद्ध के कई महीने पहले भारत की एक फौजी प्लाटून चारों तरफ से घिर जाने के बावजूद गलवान चौकी पर डटी रही थी और चीनियों को करीब 200 मीटर पीछे हटना पड़ा था.
1962 में चीन ने भारत को धोखे में रखकर सीधे तौर पर पूर्ण युद्ध छेड़ दिया था. हालांकि, कुछ लोगों का मानना है कि चीन अब भारत को उस तरह हतप्रभ नहीं कर सकता क्योंकि सेना ने एलएसी के पास मौजूदगी बढ़ा ली है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के शुक्रवार के लद्दाख दौरे की फोटो से, लड़ाई में बढ़त लेने के लिए, सेना की पैरा स्पेशल फोर्सेज़ की, हाल की ख़रीदारियों का पता चलता है.
असॉल्ट राइफल्स मेक इन इंडिया पहल के तहत मध्य प्रदेश में, संयुक्त उपक्रम पीएलआर सिस्टम्स द्वारा बनाई जाएंगी, जो पहले से ही टेवर जैसे हथियार बना रहे हैं.
कोर कमांडर्स की मीटिंग का एजेंडा, इंडिया-चाइना वर्किंग मिकैनिज़्म फॉर कंसल्टेशन एंड को-ऑर्डिनेशन की मीटिंग के बाद तय किया जाएगा, जिसके शुक्रवार को होने की संभावना है.