scorecardresearch
Thursday, 2 May, 2024
होमसमाज-संस्कृति

समाज-संस्कृति

महाराष्ट्र : स्कूल के प्रयास से अब ईंट भट्टों पर नहीं जाते हैं आदिवासी बच्चे

यह स्कूल के प्रयासों का ही नतीजा है कि पिछले दो वर्षो में ऐसे 20 बच्चों ने अपने परिजनों के साथ ईंट भट्टों पर जाने के लिए गांव नहीं छोड़ा.

नागरिकता के सवाल से जूझ रहे देश को आज भी आवाज़ देती है एमएस सथ्यू की गर्म हवा

विभाजन के बाद भारत में एक मुस्लिम परिवार की कहानी कहती फिल्म जो उनकी परेशानियों को मानवता से जोड़ती है.

प्रदीप – ऐसा देशभक्त कवि जिनके गीतों ने नेहरू की आंखों में आंसू ला दिए

आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं और ऐ मेरे वतन के लोगों जैसे गीतों को लिखने वाले कवि प्रदीप उन कवि और गीतकारों में से हैं जिनके गीतों ने ब्रिटिश सरकार के लिए मुश्किलें पैदा की.

गुलज़ार- वो हसीं शायर जिनके नाम पर हर कविता चलने लगती है

हाल ही में उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने एक कविता गुलज़ार के नाम से शेयर की जो उन्होंने लिखी ही नहीं.

बंद होने की कगार पर खड़े महाराष्ट्र के सौ साल पुराने स्कूल को मिला ‘जीवनदान’

जिला-मुख्यालय सांगली से कोई 40 किलोमीटर दूर एक स्कूल है- शासकीय प्राथमिक स्कूल 'रेठरे हरणाक्ष.' यहां बीते तीन साल में बच्चों की संख्या तीन गुना बढ़कर सौ के पार हो चुकी है.

कश्मीर : ‘कांगड़ी’ के सहारे चलती है सर्दियों में ज़िन्दगी

हस्तनिर्मित कांगड़ी को बनाना अगर एक कला है, तो कांगड़ी को सेंकना और इसका इस्तेमाल करना भी कम महारत का काम नहीं है.

महाराष्ट्र के इस गांव के बच्चों का ‘अपना बैंक, अपना बाजार’

बच्चों ने एक बैंक व्यवस्था तैयार की. इसे उन्होंने 'आदर्श विद्यार्थी बैंक' नाम दिया. बच्चों ने बातचीत में बताया कि इस बैंक में वे घर से मिलने वाले जेब खर्च का पैसा जमा करते हैं.

वीपी सिंह भारतीय राजनीतिक इतिहास के ट्रेजेडी किंग क्यों हैं

मंडल कमीशन की वजह से सवर्णों का बड़ा हिस्सा वीपी सिंह से हमेशा के लिए नाराज हो गया. लेकिन पहेली ये है कि देश के ओबीसी ने उन्हें गर्मजोशी के साथ अपनाया क्यों नहीं?

अमेरिकी लेखक और प्रोफेसर को भारतीय खाने को ‘बकवास’ कहना महंगा पड़ा

टॉम निकोल्स अमेरिका के नेवल वॉर कॉलेज में पढ़ाते हैं, साथ ही अमेरिकन राजनीति की अच्छी समझ रखते हैं.

‘यादों की बारात’- जिसने हिंदी सिनेमा में मसाला फिल्मों के दौर की शुरुआत की

भरपूर एक्शन और बेहतरीन संगीत वाली इस फिल्म ने जीनत अमान को स्टार बना दिया.

मत-विमत

मोदी का रिपोर्ट कार्ड कहां है? वह इसे मंगलसूत्र, मुसलमानों के पीछे ध्यान भटकाकर छिपाने की कोशिश में जुटे हैं

चुनाव मंत्री – माफ कीजिएगा, प्रधानमंत्री सच्चाई से वाबस्ता करना पसंद नहीं करते. उन्हें बॉलीवुड की कल्पनाएं, भ्रम के बुलबुले और साफ-सुथरे माहौल में सज धज कर फोटो खिंचवाना पसंद है.

वीडियो

राजनीति

देश

कोविशील्ड टीके के दुष्प्रभाव पर लोगों को मुआवजा दिया जाना चाहिए : कांग्रेस की गुजरात इकाई

अहमदाबाद, एक मई (भाषा) विपक्षी दल कांग्रेस ने बुधवार को आरोप लगाया कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार ने कोरोना...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.