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Friday, 22 November, 2024

अरविन्द कुमार

अरविन्द कुमार
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अरविन्द कुमार बढ़ती आर्थिक असमानता पर लंदन विश्वविद्यालय के रायल हालवे से पीएचडी कर रहे हैं.

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खालिद एकमात्र ऐसे पाकिस्तानी थे जिनके तर्क कश्मीर के सवाल पर नहीं अटकते थे

खालिद अहमद संपादक, लेखक, भाषाविद, अखबार के दफ्तर के रहनुमा, एक सच्चे और दुर्लभ सेकुलर अनीश्वरवादी और शायद नास्तिक शख्स थे और मेरे कई मुस्लिम मित्रों में निश्चित रूप से अकेले ऐसे शख्स थे और वह कोई वामपंथी भी नहीं थे, दूर-दूर तक नहीं.

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