तेज बहादुर बीएसएफ के वही बर्खास्त जवान हैं जिन्होंने खाने पीने को लेकर जवानों को हो रही दिक्कत पर सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट डाली थी जो बाद में वायरल हो गई.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री अपनी सरकार के मंत्री- विधायक के साथ अपने 120 दिनों के लेखा-जोखा के साथ यूपी पहुंचे हैं और बदले छत्तीसगढ़ की उपलब्धियां गिना रहे हैं.
कांग्रेस ने दावा किया कि दोनों नेताओं ने चुनाव प्रचार के दौरान सैन्य अभियानों का प्रचार के रूप में इस्तेमाल किया है, लेकिन चुनाव आयोग ने शिकायतों के बावजूद उन पर कार्रवाई नहीं की.
चौथे चरण की 71 में से भाजपा के सामने हिंदी पट्टी की 45 सीटें अपने खाते में बनाए रखने की चुनौती है. 2014 के चुनाव में कांग्रेस को इन सीटों में से महज दो सीटें मिली थीं.
यह समझ से परे है कि भाजपा जब भारत की सबसे मज़बूत पार्टी की स्थिति में है, तब वह जाति जनगणना जैसे विघटनकारी कदम को क्यों उठाए. अगर राहुल गांधी जैसे विपक्षी नेता ऐसी विघटनकारी राजनीति करते हैं, तो बात समझ में आती है. वे भाजपा के राजनीतिक प्रभुत्व को तोड़ने के लिए बेताब हैं, लेकिन भाजपा क्यों?