राजनीति में तकरार चाहे जितनी भी तल्ख क्यों न हो, अपने विरोधी या पूर्ववर्ती की देशभक्ति पर सवाल नहीं उठाया जाता. उस पर खराब फैसले, रीढ़विहीनता, मतिभ्रम आदि के आरोप तो चलेंगे. मगर देशद्रोह के आरोप? कतई नहीं!
अरेंज्ड मैरिज की मानसिकता, जो जाति, गोत्र और धर्म की पवित्रता की धारणा को बचाए रखने की गारंटी देती है, अंतरधार्मिक विवाह के विरुद्ध हिंसा और असहिष्णुता को बढ़ावा देती है.
राहुल गांधी अपनी गलतियों से वे सारे सबक भूल रहे हैं, जो उन्होंने अब तक सीखे थे. लेकिन भूलने की यह गति क्या थोड़ी धीमी? लोकतंत्र में सत्ता कोई जहर नहीं है.
अवामी लीग पर प्रतिबंध बांग्लादेश में गहरी राजनीतिक अस्थिरता के संकेत देते हैं. हाल में जो घटनाएं घटी हैं उनके कारण बड़ी चिंता यह उभरी है कि अंतरिम सरकार बच पाएगी या नहीं.