कांग्रेस की राजनीति में धर्म का घालमेल करने का राहुल गांधी का दुस्साहस उनकी पार्टी की नैया पार भी लगा सकता है या डुबो भी सकता है लेकिन अब वे इस चक्रव्यूह से बाहर नहीं निकल सकते.
जीडीपी के नए आंकड़े को पिछले अनुमानों के मुक़ाबले तकनीकी दृष्टि से ज़्यादा बेहतर बताने के चाहे जो दावे किए जा रहे हों, जनता में इसकी विश्वसनीयता इसकी असलियत की परीक्षा पर ही निर्भर करेगी.
कश्मीर में जो सामान्य स्थिति बहाल हुई है उसे, मुनीर के मुताबिक, उलटना जरूरी था. पहलगाम कांड की तैयारी उनके भाषण और इस हमले के बीच के एक सप्ताह में तो नहीं ही की गई, इसमें कई महीने नहीं तो कई सप्ताह जरूर लगे होंगे.