अग्रवाल ने अपने पत्र में प्रधानमंत्री को लिखा था कि वे उम्र और विद्वता में प्रधानमंत्री से बढ़े हैं और उनके बड़े भाई की तरह हैं. इससे प्रधानमंत्री के अहम को चोट पहुंची.
वर्तमान बांग्लादेश को हेमलेट की तरह ही उस सवाल का सामना करना होगा जो उसे परेशान करता था. 1971 में 75 मिलियन सपनों से जन्मा बांग्लादेश बनना है या नहीं? या उसका व्यंग्य?