'भारत का भविष्य' नामक अपने व्याख्यान में वो कहते हैं- 'शिक्षा का मतलब यह नहीं है की तुम्हारे दिमाग में ऐसी बहुत सी बातें इस तरह ठूस दी जाये कि अंतर्द्वंद होने लगे और तुम्हारा दिमाग उन्हें जीवन भर पचा न सके.
जो हुआ है उसे स्वीकार करने में मोदी सरकार को झिझक नहीं होनी चाहिए. चीन के मुकाबले के लिए एक रणनीतिक संचार योजना की ज़रूरत है जोकि अपने कथानक को आगे बढ़ाता जा रहा है.
इस बात की संभावना है कि पाकिस्तान आईएसआई, हुर्रियत में लीडरशिप के खालीपन को संगठन पर कब्ज़ा करने और आतंकी मॉड्यूल्स को फिर से एकजुट करने के अवसर के तौर पर देखेगी.
एलएसी पर गतिरोध लंबा खिंचा तो सैटेलाइट वॉरियर्स अपने आकलनों में सही साबित होंगे और मोदी सरकार की चुप्पी को समझौता करने या मामला छिपाने के तौर पर देखा जाएगा.
भजन गाते थे, और उन पर नाचते भी थे. इनकी रचनाओं को अभंग कहा जाता है. इनके गानों में ईश्वर के प्रति अगाध श्रद्धा होती है. ईश्वर के अतिरिक्त ये हर किसी को ठुकराते हैं, जाति व्यवस्था को नहीं मानते.
सैनिक कार्रवाई करके चीन ने भारत के लिए चारा डाला है. इसका तुरंत और भावुक जवाब देना भारत की रणनीतिक मूर्खता होगी. अनिश्चित काल तक यथास्थिति बनाए रखकर, भारत चीन को अपना जवाबी चारा डाल सकता है.