अर्थव्यवस्था का सिकुड़ना तब तक नहीं रुकेगा जब तक न्यूनतम स्तर पर हो रहा बदलाव बड़े स्तर पर परिलक्षित नहीं होने लगता. कोविड से पहले वाली स्थिति 2022 से पहले नहीं वापस आ सकेगी. फिर भी जुलाई-सितंबर के लिए कॉर्पोरेट नतीजे पिछली तिमाही के मुकाबले निश्चित ही सुधार दिखाएंगे.
खुद से ही लड़ता, कमजोर पड़ चुका मीडिया किसी भी सत्तातंत्र के लिए उसके मामले में दखल देने की आदर्श स्थिति बना देता है. हमारे पेशे की बागडोर थामने वालों ने आत्मघाती कदम उठा लिया है.
परी कथाओं की तरह ड्रैगन का जीवन भी सिर्फ जलाकर रख देने वाली उसकी अग्नि शक्ति नहीं है. उसकी भी कुछ कमजोरियां हो सकती हैं या वह भी बाकी सब की तरह ही हो सकता है.
रामविलास पासवान कुल 9 बार लोकसभा का चुनाव जीते (8 बार हाजीपुर से, 1 बार रोसड़ा से). उन्होंने लोकसभा का कुल 13 चुनाव लड़ा, हाजीपुर से कुल 10 बार लड़े जिसमें 8 बार जीते.
हिंदी मासिक 'विवेक' के साथ साक्षात्कार में आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि हमारे यहां सभी पंथों के साथ समान व्यवहार किया गया है जबकि पाकिस्तान ने अन्य मतावलंबियों को वे अधिकार नहीं दिए.
कमज़ोर अर्थव्यवस्था के बावजूद राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों को नज़रअंदाज़ नहीं किया जाना चाहिए. विश्वास के उस स्तर को फिर से हासिल करना जो भारत-चीन रिश्तों को स्थिर कर सके और सैन्य तनावों को रोक सके, असंभव तो नहीं लेकिन मुश्किल ज़रूर है.
जीवन में बाद के वर्षों में पासवान भले ही आरएसएस-भाजपा के साथ मिलकर सामाजिक न्याय विरोधी तमाम बड़े-बड़े कार्यों में सहभागी रहे हों लेकिन उनकी मूल रूप से छवि सामाजिक न्याय के योद्धा की ही रही.
तलाक-ए-हसन को अक्सर “बेहतर” तरीका कहा जाता है क्योंकि यह प्रक्रिया तीन महीने तक चलती है, लेकिन यह न्यायसंगत नहीं है. भारत में यह अभी भी एकतरफा और न्यायिक व्यवस्था से बाहर चलने वाली प्रक्रिया है.