एक रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक की पिछली विधानसभा में 92 प्रतिशत विधेयक उन्हें पेश किए जाने के एक हफ्ते के अंदर ही पारित हो गए, यही ट्रेंड आमतौर पर पूरे भारत में है.
रिटायर्ड आर्मी ऑफिसर कैप्टन शिखा सक्सेना लिखती हैं कि 'गुंजन सक्सेना- द कारगिल गर्ल' के हर सीन ने, जिसमें महिलाओं के प्रति पूर्वाग्रह दिखाया गया है, मेरी बेटियों के अंदर सहानुभूति जगाई.
भारत के लिए अच्छी बात यह है कि चीन को इसका ज्यादा अंदाजा ही नहीं लग पाता कि यह मजबूत लोकतंत्र कैसे काम करता है क्योंकि उसकी धमकियों और दावों पर भरोसा करने के बजाये भारतीय उससे भड़क जाते हैं.
भारत की नई शिक्षा नीति के प्रमुख उद्देश्यों में संवैधानिक मूल्यों का संरक्षण एक प्रमुख उद्देश्य स्वीकार किया गया है. संविधान के पीछे स्वतंत्रता का एक लंबा संघर्ष रहा है.
मोदी-शाह की भाजपा की नजरें ममता के बंगाल, पटनायक के ओडिशा, केसीआर के तेलंगाना और जगन के आंध्र पर टिकी हैं. जबकि कांग्रेस ने अपना सारा ध्यान प्रधानमंत्री पर ही केंद्रित कर रखा है.
भारत के विपक्ष को नकल की राजनीति छोड़ अपने ब्रांड की रिपोजिशनिंग करनी चाहिए– जैसा एविस ने हर्ट्ज़ के खिलाफ या फॉक्सवैगन बीटल ने बड़ी अमेरिकी कारों के मुकाबले किया था.
जसप्रीत ने कभी मिरांडा हाउस कॉलेज या लेडी श्रीराम कॉलेज के बारे में नहीं सुना है. वो कहती हैं, 'मैंने तो कभी पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ भी नहीं देखी है. खेत, स्कूल और घर, इसके अलावा कहीं की दुनिया नहीं देखी है.'
पश्चिम बंगाल में ‘घुसपैठिये’ या ‘तुष्टीकरण’ जैसे शब्द बहुत कम सुनाई पड़ते हैं, न ही ‘मंगलसूत्र’ या अमित शाह द्वारा ममता बनर्जी के ‘मां, माटी, मानुष’ नारे को ‘मुल्ला, मदरसा, माफिया’ में बदलने जैसे वाक्या सुनाई देते हैं.