आईआईएमसी में उर्दू पत्रकारिता की 15 सीटें हैं. इस साल बस तीन सीटें ही भर पाई. जब से कोर्स शुरू हुआ तब से कभी सभी सीटें नहीं भरीं. जानिए, ऐसा क्यों होता है
इस घटना का एक वीडियो वायरल हुआ था. वीडियो में चालक एक पुलिसकर्मी को तलवार से धमकाते हुए और उसे पकड़ने की कोशिश करने पर पुलिसकर्मी को घायल करते हुए दिख रहा था.
'मोरारजी भाई क्या पीते थे, देवगौड़ा हमेशा सोते रहते थे. चंद्रशेखर कैसे कैसे लोगों से घिरे रहते थे इसपर ज्यादा चर्चा की गई लेकिन इन प्रधानमंत्रियों के किये गए कामों को भुला दिया गया.'
एक तरफ भोपाल कोर्ट ने पूर्व वीसी कुठियाला को भगोड़ा घोषित कर दिया, वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका को ख़ारिज कर दिया है.
अपर्णा ने कहा कि किसी को हक नहीं है कि किसी सिग्नेचर करने वाले को देशद्रोही या फिर एंटी नेशनल कहे. हम अपनी आवाज उठा रहे हैं क्योंकि हमारे देश का धर्मनिरपेक्ष तानाबाना बर्बाद हो रहा है.
कुछ साल पहले पत्रकारों ने तत्कालीन केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी से पूछा था कि आपका मंत्रालय कहां है. इस पर रूडी ने कहा था कि मैं भी वही खोज रहा हूं.
एक समय था जब भारतीय लोग तकनीक के क्षेत्र में दुनिया में अग्रणी होने का सपना देखते थे. अब, चीनी इतने आगे हैं कि वे हमें प्रतिस्पर्धी भी नहीं मानते. यह उनके और अमेरिका के बीच की बात है.