भारत में करीब एक करोड़ लोगों के संक्रमित होने और 1,52,093 लोगों की मौत के बाद देश ने ‘कोविशील्ड’ और ‘कोवैक्सीन’ टीके के साथ महामारी के खिलाफ कदम उठाया है.
जिन 11 राज्यों और केंद्रशासित में कोविशील्ड और कोवैक्सीन दोनों टीके लगाये गये वे असम, बिहार, दिल्ली, हरियाणा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश हैं.
महाराष्ट्र में पहले दिन 28,500 फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं का टीकाकरण होने की उम्मीद है जबकि यूपी में 31,700 से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों को टीके की खुराक मिल सकती है.
दिल्ली में शनिवार को कोविड-19 टीकाकरण अभियान शुरू हुआ. महामारी के खिलाफ जंग में अग्रिम मोर्चे पर तैनात स्वास्थ्य कर्मियों को सबसे पहले टीके लगाए जा रहे हैं.
हर्षवर्धन ने कहा, ‘कल एक अहम दिन है....कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई का यह अंतिम चरण है. मैं तो कहता हूं कि यह संभवतया कोविड के अंत की शुरुआत है, जो कल से प्रारंभ होने जा रही है.’
एर्दोआन की सोच अब तुर्की की सीमाओं से बाहर भी साफ़ तौर पर दिखने लगी है. सीरिया की नई सरकार ने शरिया को अपने क़ानूनों की बुनियाद बना लिया है, ठीक वैसे ही जैसे एर्दोआन अपने देश में चाहते हैं.