बीते 13 मई को आए कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणाम में कांग्रेस ने 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा में 135 सीटों पर जीत दर्ज की थी. चुनाव जीतने के बाद से ही कर्नाटक में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर सस्पेंस जारी है.
बीते 13 मई को आए कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणाम में कांग्रेस ने 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा में 135 सीटों पर जीत दर्ज की थी. चुनाव जीतने के बाद से ही कर्नाटक में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर सस्पेंस जारी है.
पार्टी के छोटे नेताओं में केआरपीपी के जी जनार्दन रेड्डी और एसकेपी के दर्शन पुत्तनैया शामिल हैं, जबकि निर्दलीय पूर्व कांग्रेस नेता केएच पुट्टास्वामी गौड़ा और लता मल्लिकार्जुन हैं.
कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में से एक शिवकुमार के कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के साथ दिल्ली आने की उम्मीद है.
बोम्मई ने कहा, हालांकि, 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को 19 सीट मिली थीं. आज हम और भी बेहतर स्थिति में हैं और 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए सभी तैयारियां करेंगे.
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, 'कर्नाटक ने लोकतंत्र को नई रोशनी दिखाई है. यह 6.5 करोड़ कन्नड़ लोगों की जीत है. कर्नाटक के गौरव की जीत हुई है!'
क्षेत्र में भाजपा की सीटों की संख्या 30 से घटकर 16 हो गई है. इसका अहम फैक्टर लिंगायतों में गुस्सा था, जिससे इसके कई धार्मिक और सामुदायिक नेताओं ने अपने लोगों से पार्टी का समर्थन नहीं करने को कहा था.
एक राष्ट्र, एक चुनाव के आलोचक मतदाताओं की थकान के बारे में नहीं सोच रहे हैं. जब चुनाव कई बार और लगातार होते हैं, तो शिक्षित मतदाता भी उन्हें एक अतिरिक्त छुट्टी के रूप में देखता है.