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Saturday, 1 February, 2025
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समाज-संस्कृति

आदिवासी बहुल छत्तीसगढ़ में प्राइवेट स्कूलों के नेटवर्क को तोड़ सरकारी स्कूल कमाल कर रहे हैं

छत्तीसगढ़ जैसे राज्य में इन स्कूलों की कहानियां बताती हैं कि सरकारी शिक्षक यदि सही ढ़ंग से अपनी डयूटी निभाएं तो सरकारी स्कूलों में शिक्षण की गुणवत्ता को सुधारा जा सकता है.

महाराष्ट्र के सुदूर क्षेत्रों में बच्चे खुद गढ़ रहे कला और विज्ञान की परिभाषाएं, सपनों को दे रहे नए आकार

स्कूल में दाखिल होते ही हर कक्षा में बच्चों द्वारा हाथ से बनाई कई कलाकृतियां चारों तरफ नज़र आती हैं. खास तौर से बच्चों द्वारा बनाई गई सुंदर बांस की टोकरियों जैसी चीजें.

जेएनयू के ‘देशद्रोहियों’ की वजह से मैं कई सालों से होली में घर नहीं गया

बड़ी बात ये है कि भाजपा और आरएसएस वाले भले ही स्वदेशी का राग अलापते हैं, बावजूद इसके देश में 90 प्रतिशत लोग होली मनाने के लिए चाइनीज़ रंगों पर आश्रित हैं.

अटल-आडवाणी से लेकर इंदिरा-सोनिया तक भारतीय राजनेता कैसे मनाते आए हैं होली

शायद ही देश के किसी यूनिवर्सिटी कैंपस में जेएनयू की तरह प्रेम और सद्भाव के वातावरण में होली खेली जाती हो. सब धाराओं-विचारधाराओं के स्टूडेंट्स मिलकर होली के रंग बिखेरते हैं.

महाराष्ट्र के स्कूल दिवील में शिक्षिकाओं से बेटियों ने जानी अपनी शक्ति, बदल दी स्कूल की पहचान

शिक्षण पद्धति और कई गतिविधियों से रायगढ़ जिला परिषद प्राथमिक मराठी स्कूल दिवील में लड़कों से ज्यादा लड़कियां अपनी जिम्मेदारी या नेतृव्य क्षमता सब में आगे.

‘मर्दों की कामुकता नहीं जाती, इसलिए औरतों में आते हैं भूत’- प्रेत बाधा दूर करने वाले बाबा

नजफगढ़ में एक किराए के प्लॉट में भूत-प्रेत दूर करने का धाम चला रहे शनि भक्त मनू भैया के यहां झाड़-फूक कराने हजारों लोग पहुंचते हैं.

कोरोनावायरस के उत्पात के दौर में चीन को क्यों याद आ रहे हैं भारत के डॉक्टर कोटनिस

आज जब भारत में कोरोनावायरस से दो मौतों हुईं हैं और दुनियाभर में यह वायरस फैल रहा है ऐसे में डॉक्टर कोटनिस ने आज से लगभग आठ दशक पहले चीन में पीड़ित सैनिकों की सेवा करते हुए जिस तरह अपनी जिंदगी समर्पित कर दी, उसके लिए चीन आज भी उनका एहसान मानता है.

आनंदीबेन जोशी जिसने अपने 14 दिन के बच्चे की मौत के बाद ठाना की वह देश में किसी को असमय नहीं मरने देंगी

समाज में बढ़ते विरोध के बाद आनंदी ने कहा मैं सिर्फ डॉक्टरी की शिक्षा के लिए अमेरिका जा रही हूं, मेरी इच्छा नौकरी करने की नहीं बल्कि लोगों की जान बचाने की है.

सफल व्यक्ति के असफल अनुभव भी रोचक लगते हैं, ऐसी ही कहानियों की बानगी है ‘ट्वेल्थ फेल’

सफल आदमी को अपना संघर्ष खुद लिखने की आजादी होती है. असफल का संघर्ष कोई सुनना नहीं चाहता और सफल के असफल अनुभव भी रोचक लगते हैं. बारहवीं फेल होना आज मनोज शर्मा का यूएसपी बन गया है.

राजनैतिक-सामाजिक गठजोड़, लव ज़िहाद का लिबास और छोटे कस्बे से गायब होते लोग

व्यवस्था पर सवाल उठाते ही व्यक्ति का गुम हो जाना और उसकी गुमशुदगी को सांप्रदायिक लिवास में उढाना और ये दिखाना कि सबकुछ सामान्य है....यही चंदन पाण्डेय की उपन्यास 'वैधानिक गल्प' के लिखने की बैचेनी को दर्शाता है.

मत-विमत

क्या हम सच में चीन का विकल्प बन सकते हैं? मोदी का 2014 का भारत को महान बनाने का वादा बिखर चुका है

एक समय था जब भारतीय लोग तकनीक के क्षेत्र में दुनिया में अग्रणी होने का सपना देखते थे. अब, चीनी इतने आगे हैं कि वे हमें प्रतिस्पर्धी भी नहीं मानते. यह उनके और अमेरिका के बीच की बात है.

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राजनीति

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असम सरकार ने प्रस्तावित तीन आरक्षित वनों को गैर अधिसूचित करने का फैसला लिया

गुवाहाटी, 31 जनवरी (भाषा) असम सरकार ने तिनसुकिया जिले में प्रस्तावित तीन आरक्षित वनों (पीआरएफ) को गैर अधिसूचित करने का शुक्रवार को फैसला किया...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.