जम्मू-कश्मीर में यह धारणा बढ़ती जा रही हैं कि मुख्यधारा की पार्टियां तंगहाली में हैं - वे उग्रवादियों का महिमामंडन नहीं कर रही हैं, लेकिन उनकी निंदा भी नहीं कर रही हैं.
दिलीप से जब पूछा गया कि उन्हें किसी को वोट क्यों देना चाहिए? जवाब में उन्होंने कहा कि तरक्की के मामले में उतर पूर्वी दिल्ली को वो बाकी की दिल्ली जैसा बना देंगे.
एलएंडटी के चेयरमैन एसएन सुब्रमण्यन इस विवाद से बच जाएंगे क्योंकि यह भारत है, जहां हमारा रवैया है 'चलता-है.' पश्चिम में, उन्हें माफी मांगने या इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया जाता.