आखिरी चरण के चुनाव करीब आते ही बसपा सुप्रीमो ने अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव किया है. पिछले दिनों से वह लगातार प्रधानमंत्री मोदी पर सीधे निशाना साध रही हैं.
बीजेपी अध्यक्ष शाह ने बुधवार को दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर जमकर आरोप लगाये. वहीं मामले में तृणमूल कांग्रेस ने भी एफआईआर दर्ज कराया है और चुनाव आयोग शिकायत करने पहुंची है.
पंजाब में कांग्रेस प्रभावशाली स्थिति में है. यहां लोकसभा चुनाव स्थानीय मुद्दों पर लड़ा जा रहा है. अब देखना मजेदार होगा कि आप और भाजपा कैसे गेम बदलती है.
प्रधानमंत्री पद के लिए मायावती के नाम पर सहमति बनने से देश की सबसे वंचित जातियों का भारतीय लोकतंत्र में विश्वास और दृढ़ होगा. इससे भारत में लोकतंत्र की जड़ें मजबूत होंगी.
ये पहली बार नहीं कि ममता बनर्जी ने अभिव्यक्ति की आज़ादी को दरकिनार कर अपने खिलाफ लिखने, बोलने वालों को सज़ा न दिलवाई हो. आइए जानें, कब कब ममता का गुस्सा फूटा.
स्वतंत्र भारत के इतिहास के सबसे हिंसक शासन के खिलाफ असाधारण चुनाव होने जा रहे हैं . इस हालत में बहुत रणनीतिक तरीके से यानी टेक्टीकल तरीके से वोटिंग करनी होगी.
हसीना ने आपका बैंक आपसे छीना, अब आपने उनसे उनकी सत्ता छीन कर बदला ले लिया है? अब आपके लिए कसौटी यह है कि आपको सार्वजनिक पद मिल गया है तब आप यह मान लें कि जनता ने आपमें भरोसा जताया है. क्या आप इस पद पर बने रहें और कुछ भी न करें? और आप कुछ करें, तो वह क्या हो?