अमेरिका में, ट्रम्प और मोदी की दोस्ती हुई। मनीला में, रिश्तों की गर्माहट गायब थी। बुधवार की वार्ता का रद्द होना भारत-अमेरिका संबंधों में अस्थिरता को दर्शाता है
नये शोध से पता चलता है कि चीन का बंदरगाहों में बेल्ट और रोड उपक्रमों के रूप मेंनिवेश, भारत-प्रशांत क्षेत्र में राजनीतिक प्रभाव और सैन्य उपस्थिति पैदा करने के लिए है।
बार्डर के उस पार क्या हो रहा है यहां पर बताया गया हैः संयुक्त राष्ट्र के सुझाव पर, पाकिस्तान ने सहमति सेक्स के लिए कानूनी मानयता दिए जाने पर विचार किया और खराब स्वास्थ्य देखभाल की स्थिति, लगातार चुनौती का सामना कर रही है.
सेक्युलर पार्टियों को लगता है कि ओवैसी का मोदी सरकार का साथ देना—चाहे आतंकवाद के मुद्दे पर ही क्यों न हो—उन्हें मुस्लिम वोटरों से दूर कर सकता है. अब बिहार चुनाव में ओवैसी को यह धारणा गलत साबित करनी होगी.