शाहीन बाग प्रदर्शन को भाजपा के नेता एक राजनीतिक साजिश का हिस्सा बता रहे हैं. भाजपा और आम आदमी पार्टी एक दूसरे के ऊपर आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति कर रही है.
सरकार के 53 मंत्रियो में से 38 मंत्री संघ की पृष्ठभूमि से आते हैं. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में जिन 66 मंत्रियो ने शपथ ली थी. उनमें से 41 मंत्री संघ से आते हैं.
पुणे पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या 31 दिसंबर 2017 को एल्गार परिषद की ओर से आयोजित संगोष्ठी में भड़काऊ भाषण दिए गए थे, जिसकी वजह से अगले दिन कोरेगांव भीमा में जातीय हिंसा हुई.
कपिल मिश्रा ने शाहीन बाग को मिनी पाकिस्तान कहा था, साथ ही उन्होंने ट्वीट किया था 8 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव में दिल्ली में हिंदुस्तान और पाकिस्तान का मुकाबला होगा.
शिवसेना शुरू से ही मराठी के मुद्दे पर काम करती रही है. शिवसेना ने प्रखर हिंदुत्व के मुद्दे पर देशभर में जागरूकता के साथ बड़ा काम किया है और शिवसेना ने अपना भगवा रंग कभी नहीं छोड़ा है. और यह रंग ऐसा ही रहेगा.
पश्चिम बंगाल पुलिस प्रदर्शनों को संभालने में घबरा रही थी और डर रही थी कि कहीं प्रधानमंत्री के काफिले पर कोई हमला न हो जाए. सूत्रों ने कहा इसलिए उन्होंने जांच एजेंसियों को प्रधानमंत्री के लिए चॉपर का इस्तेमाल करने को कहा.
केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा चुनाव-2020 से पहले महिलाओं के लिए नि:शुल्क बस सेवा और 200 यूनिट बिजली मुफ्त देने का प्रावधान किया है जिसकी विपक्ष आलोचना कर रहा है.
स्वदेशी जागरण मंच ने मोदी सरकार से अपील की है कि वह द्विपक्षीय संबंधों पर फिर से विचार करे, गैरज़रूरी आयातों पर रोक लगाए, उड़ानें निलंबित करे और देश में विदेशी पर्यटन का बहिष्कार किया जाए.