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Monday, 6 May, 2024
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सिंधिया के वफादारों की जीत सुनिश्चित करें या कार्रवाई के लिए तैयार रहें, बीएल संतोष ने एमपी के भाजपा नेताओं को दी चेतावनी

भाजपा नेताओं की चेतावनी पार्टी के नेताओं द्वारा सक्रिय रूप से प्रचार नहीं करने की खबरों के बाद आयी है, क्योंकि वे पूर्व-कांग्रेसी ज्योतिरादित्य सिंधिया के वफादारों को तवज्जो देने से खुश नहीं थे.

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नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आगामी उप-चुनावों में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए भाजपा नेताओं को एकजुट होने के लिए काम करने के चेतावनी के एक सप्ताह से भी कम समय के बाद भाजपा महासचिव बीएल संतोष ने विधानसभा प्रभारियों को चेतावनी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि उनको
यह सुनिश्चित करना है कि पूर्व कांग्रेसी ज्योतिरादित्य सिंधिया के वफादारों सहित सभी भाजपा नेता अपनी-अपनी सीटों से जीत सुनिश्चित करें.

संतोष ने कहा कि अगर कोई उम्मीदवार जीतने में विफल रहता है, तो भाजपा नेताओं के अनुसार विधानसभा प्रभारियों को कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए.

उन्होंने बुधवार को विधानसभा प्रभारियों और पार्टी की उपचुनाव प्रबंधन समिति के सदस्यों के साथ आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान चेतावनी जारी की.

शहरी विकास राज्य मंत्री और उपचुनाव प्रबंधन समिति के प्रभारी भूपेंद्र सिंह ने दिप्रिंट से कहा, ‘बैठक उपचुनावों की तैयारियों और अभियान के आकलन की समीक्षा करने के लिए थी. कुछ मंत्रियों को एक विशेष निर्वाचन क्षेत्र सौंपा गया है और हर एक की जवाबदेही है.’

उपचुनाव 27 सीटों पर होंगे, लेकिन उनकी तारीखों की घोषणा अभी नहीं की गई है.

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बीजेपी नेताओं ने दिप्रिंट को बताया कि संतोष का गुस्सा उस समय सामने आया, जब मप्र के कुछ चुनावी इलाकों से खबरें सामने आईं जहां विशेषकर पार्टी के पुराने प्रभारी, उपचुनावों के लिए सक्रिय रूप से काम नहीं कर रहे हैं क्योंकि वे सिंधिया वफादारों से खुश नहीं हैं.

इन रिपोर्टों के सामने आने के बाद पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को क्षेत्र के भाजपा नेताओं पर जीत हासिल करने के लिए ग्वालियर भेजा.

एक भाजपा नेता ने बैठक में संतोष के हवाले से कहा, ‘यह चुनाव शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के अस्तित्व का चुनाव है. उम्मीदवार अप्रासंगिक होते हैं. लेकिन हर एक को पार्टी के लिए काम करना पड़ता है. जीत (उम्मीदवारों की) के लिए यह मंत्रियों (जो विधानसभा प्रभारियों) की प्राथमिक जिम्मेदारी है. उम्मीदवारों के जीत और हार पर मंत्रियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन किया जाएगा. यदि कोई भी उम्मीदवार चुनाव हार जाता है, तो उनके प्रयासों को नकारात्मक के रूप में चिह्नित किया जाएगा.’

भाजपा नेता ने कहा कि संतोष ने उपचुनावों के लिए सक्रिय रूप से प्रचार नहीं कर रहे हैं उन नेताओं पर कटाक्ष किया.

भाजपा के पूर्व सांसद जयभान सिंह पवैया, पार्टी नेता माया सिंह और लाल सिंह आर्य – ये सभी विधानसभा प्रभारी हैं – बैठक में मौजूद थे. सूत्रों ने कहा कि ये नेता चुनाव प्रचार में सक्रिय रूप से शामिल नहीं हुए हैं.

पवैया ने पिछले महीने भी सिंधिया पर एक गूढ़ ट्वीट किया था.

उन्होंने ट्वीट किया था, ‘सांप के दो जीभ होती हैं और आदमी के एक , सोभाग्य से हम तो मनुष्य हैं न. राजनीति में वक्त के साथ दोस्त और दुश्मन तो बदल सक्ते हैं मगर जो सेद्धान्तिक़ मुद्दे मेरे लिए कल थे वे आज भी हैं. जय श्री राम.’

 

एक अन्य भाजपा नेता ने कहा कि देवास जिले में अनूपपुर सीट है, जहां पार्टी नेता रामलाल रौतेला उम्मीदवार के लिए सक्रिय रूप से प्रचार नहीं कर रहे हैं. रौतेला ने पिछला विधानसभा चुनाव इसी सीट से लड़ा था.

सूत्रों ने कहा कि बैठक के दौरान, संतोष ने प्रभारी को नौ दलित सीटों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा, जहां पार्टी को पिछले चुनाव में कम वोट मिले हैं.


यह भी पढ़ें : बीजेपी के पुराने नेताओं ने मप्र उपचुनावों से पहले सिंधिया पर कसा तंज कहा- ‘हम विस्थापित कश्मीरी पंडितों की तरह हैं’


चौहान की चेतावनी

पिछले रविवार को चुनाव की तैयारियों का जायजा लेते हुए सीएम चौहान ने पार्टी के सांसदों और विधायकों से कहा कि जब तक राज्य में पार्टी की सरकार है, तब तक उनका कद बरकरार रहेगा.

सीएम ने कहा था, ‘केवल लेटरहेड को प्रकाशित करना और माला पहनना पार्टी को मदद नहीं करेगा. लोगों के बीच काम करें, अभी भी समय है. हमें 100 फीसदी नतीजों की जरूरत है, नाराजगी भूलकर सिर्फ उपचुनाव पर ध्यान दें. उपचुनाव तक कोई दूसरा काम नहीं है. हम सीटें हार नहीं सकते हैं. गांवों, चौपालों पर जाएं और चिंताओं को दूर करें. लोगों को कांग्रेस के भ्रष्टाचार और घोटालों की याद दिलाएं. यह एकता का समय है.

दो दिन पहले भाजपा को बगावत का स्वाद चखने को मिला, जब ग्वालियर पूर्व से भाजपा के टिकट पर 2018 का चुनाव लड़ने वाले पार्टी नेता सतीश सिकरवार ने भाजपा से नाराजगी को लेकर पूर्व सीएम कमलनाथ की मौजूदगी में कांग्रेस ज्वाइन कर ली.

संयुक्त सिंधिया-चौहान अभियान का दौरा

ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में उपचुनाव के लिए 27 सीटों में से 16 पर और सिंधिया पिछले दो महीनों से ग्वालियर के रहने वाले केंद्रीय मंत्री तोमर के साथ बड़े पैमाने पर इस क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं.

भाजपा के सूत्रों ने कहा, पार्टी हाईकमान ने पिछले महीने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीडी शर्मा ने कहा कि सिंधिया के लिए एक टूर प्लान तैयार किया जाएगा, जहां या तो सीएम चौहान उनके साथ होंगे या तोमर हो.

गुरुवार को, चौहान और सिंधिया ने महत्वपूर्ण ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में अपने पांच दिवसीय अभियान दौरे की शुरुआत की.

अपने दौरे के दौरान, वे विशेष रूप से ग्वालियर क्षेत्र में हर विधानसभा क्षेत्र में आधारशिला रखेंगे और विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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