आयोग ने कहा कि राज्य के 55 केंद्रों पर वोटों की गिनती चल रही है. कई सीटों पर 19 से लेकर 50 से ज्यादा राउंड तक की भी गिनती हो सकती है इसलिए नतीजे आने में देरी हो सकती है.
पुष्पम प्रिया ने कई हिंदी और अंग्रेजी अखबारों में पूरे पेज के विज्ञापनों के माध्यम से राजनीति में प्रवेश करने का ऐलान किया था, जिसमें कहा गया था, ‘बिहार बेहतर का हकदार है, और बेहतर संभव है.’
कांग्रेस के उस्मानी को मैदान में उतारने के फैसले का बीजेपी और उसके अपने पार्टी सदस्यों ने विरोध किया था, चूंकि बहुत से लोग उन्हें ‘जिन्ना समर्थक’ कहते हैं.
विधानसभा चुनाव में विपक्ष का अभियान पूरी तरह से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव पर केंद्रित रहा जबकि भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को केंद्र में रखकर नीतीश पर ही भरोसा जताया.
तेजस्वी यादव ने अपने घोषणापत्र में राज्य के युवाओं को 10 लाख सरकारी नौकरियां देने का वादा किया है जिसे उन्होंने पहली कैबिनेट में पास कराने की बात कही है.
विधानसभा चुनाव में विपक्ष का अभियान पूरी तरह से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव पर केंद्रित था जबकि भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा जताया था.
विधानसभा चुनाव के लिए तीनों चरणों के मतदान खत्म होने के बाद आए एग्जिट पोल में लोजपा का प्रदर्शन अच्छा नहीं दिख रहा है. अनुमान के मुताबिक चिराग पासवान की लोजपा दहाई का भी आंकड़ा छूती हुई नज़र नहीं आ रही है.
बिहार में इस बार कौन सरकार बनाएगा, ये बड़ा सवाल बना हुआ है. नीतीश कुमार अपने 15 सालों के काम पर वोट मांगते हुए दिखे तो तेजस्वी यादव ने बेरोजगारी का मुद्दा उठाया और सत्ता पक्ष को घेरने का काम किया.