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Monday, 14 October, 2024
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अनंत सिंह से लेकर संजीव चौरसिया तक- आपराधिक रिकार्ड वाले बाहुबली कैसे बिहार में आगे चल रहे

असोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) की एक रिपोर्ट के अनुसार अनंत कुमार सिंह समेत 1201 ऐसे उम्मीदवार है जिन पर आपराधिक मामले हैं.

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नई दिल्ली: RJD राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीवार अनंत कुमार पर सात हत्याओं का आरोप है और फिलहाल वो यूएपीए मामले में जेल में है. वे 16,475 वोटों से जेडी( यू) के राजीव लोचन नारायण सिंह से पटना की मोकामा विधानसभा सीट पर आगे चल रहे हैं. सिंह पहली बार 2005 में जनता दल युनाइटेड के उम्मीदवार थे पर बाद में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अनबन के चलते वे 2015 में स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में खड़े हुए.

इस माह के शुरू में असोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) की एक रिपोर्ट के अनुसार छोटे सरकार नाम से पहचाने जाने वाले अनंत कुमार सिंह समेत 1201 ऐसे उम्मीदवार है जिन पर आपराधिक मामले हैं.

प्रमुख दलों के उम्मीदवारों को देखने से पता चलता है कि सबसे ज्यादा बाहुबली उम्मीदवार राष्ट्रीय जनता दल के हैं. उनके आपराधिक छवि के 98 उम्मीदवार हैं, भाजपा के 76, लोजपा के 70 और जेडयू के 56 हैं. कांग्रेस के 45 और बसपा के 29 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले हैं.

आइए देखें कैसा रहा इन बाहुबलियों का चुनावी प्रदर्शन

नरेंद्र कुमार पांडे उर्फ सुनील पांडे स्वतंत्र उम्मीदवार की एक बार एनआईए ने अवैध एके 47 रखने के लिए जांच की थी. वो भोजपुर की तरारी विधानसभा सीट से कम्युनिस्ट पार्टी के सुदामा प्रसाद से 670 तो भाजपा के कौशल कुमार विद्यार्थी से 11,466 मतों से आगे चल रहे हैं. यहां से सीपीआई (एमएल) के सुदामा प्रसाद मौजूदा विधायक है.

संजीव चौरसिया- भाजपा के विधायक संजीव चौरसिया दीघा से फिर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. वे कम्युनिस्ट पार्टी के शशि यादव से से 16,807 मतों से आगे चल रहे हैं. उन पर महिला पर हमला, हत्या की कोशिश और चोरी के आरोप लगे हैं.

रीत लाल रे या रीतलाल यादव- राजद के बाबुबली से राजनेता बने रीतलाल यादव 37,953 मतों के साथ मौजूदा भाजपा विधायक आशा देवी से पटना की दानापुर विधानसभा सीट से 21710 वोटों से आगे चल रहे हैं. उन पर 17 साल पहले देवी के पति की हत्या का आरोप है.

अभय कुमार सिन्हा- इन पर 14 आपराधिक मामले हैं और अभय कुमार 324 मतों के साथ राजद के सुरेंद्र प्रसाद यादव से गया की बेलागंज विधानसभा सीट से पीछे चल रहे हैं. सिन्हा ने 2015 मे टीकरी सीट जीती थी.

महबूब आलम- सीपीआई (एमएल) के मौजूदा विधायक महबूब आलम फिर से बलरामपुर से अपनी किस्मत आजमा रही हैं. वे लोजपा की संगीता देवी और राजद के अजाद खान से 4749 वोटों के साथ आगे चल रहे हैं. आलम ने इस सीट 2015 में भाजपा के वरुन कुमार झा को हराया था.

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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