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Sunday, 28 September, 2025
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मत-विमत

नेहरू के विरोध के बावजूद कैसे हुआ सोमनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण

अक्टूबर 1947 में जूनागढ़ को भारत में शामिल करने के बाद सरदार वल्लभ भाई पटेल ने मंदिर का पुनर्निर्माण करवाने की घोषणा की थी, जिसका नेतृत्व मुंशी ने किया था.

प्रिय शेख हसीना, रोहिंग्या अगर हिंदू या बौद्ध होते तो क्या आप उन्हें शरण देतीं?

'आप रोहिंग्याओं के लिए आंसू बहा चुकी हैं लेकिन आपने मुझे शरणार्थी बना दिया. पिछले 24 साल से मैं एक देश से दूसरे देश भटक रही हूं.'

‘मुंबई में मौत सचमुच जीवन की ‘कई शानदार’ सच्चाइयों में से एक है’

कमला मिल में आग जैसी दुखद घटनाएं अधिकारियों के खिलाफ गुस्सा भड़काती हैं. लेकिन कुछ ही समय बाद शहर अगली दुर्घटना होने तक व्यस्त और प्रशासन सुस्त हो जाता है.

विजय गोखले की नियुक्ति का मतलब: नहीं झुकेगा भारत आक्रामक चीन के सामने

विजय गोखले भारत के विदेश मंत्रालय में चीन के जानकारों की नई पीढ़ी के हैं, जो बीजिंग में हो रहे बदलावों की समझ रखती...

एशियाई राजनीति : हवाबाज़ी पर उतरे मोदी, जिनपिंग और आबे

अर्थव्यवस्था को सुधारने में विफल रहे चीन के जिनपिग भ्रष्टाचार विरोध का नारा लगाने लगे, तो जापान के आबे और भारत के मोदी राष्ट्रवाद का झंडा लहराने लगे.

विज्ञान में श्रेष्ठ हुआ भारत, 2017 रहा सुखद सफलताओं भरा वर्ष

2017 में भारतीय अनुसंधानकर्ताओं ने अंतरिक्ष विज्ञान से लेकर जीवन विज्ञान तक में शोध के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिए.

भाई-भतीजावाद से लेकर इरेक्शन तक, बॉलीवुड के सबसे बोल्ड और कमज़ोर पल- 2017

बॉलीवुड की फिल्मों, किरदारों, कहानियों और गपशप ने अपनी अलग ही छाप छोड़ी है. 2017 में बॉलीवुड के बेहतरीन और बदतरीन, ए से ज़ेड तक

समय आ गया है कड़े कदम उठाए जाएं- बजट बढ़ाएं या फौज घटाएं

भारत हालांकि अपने बजट का 30 प्रतिशत प्रतिरक्षा पर खर्च करता है लेकिन आधुनिक अस्त्र-शस्त्र की जरूरतें पूरी करने के लिए उसे और संसाधन जुटाने होंगे.

मुकेश और अनिल का व्यावसायिक करियर: बड़े मियाँ तो बड़े मियाँ, छोटे मियाँ…

एक तरफ जहाँ मुकेश अंबानी ने 2017 में दूरसंचार उद्योग में हड़कंप मचा दिया, वहीं छोटे भाई अनिल अंबानी उधार चुकाने के लिए एक के बाद एक व्यवसाय को बेचते रहे

प्यारी हेमा जी! मोदी जी से सीखिए: शोक के वक्त चुप रहते हैं…

कमला मिल की आग का कारण हेमा मालिनी ने अत्यधिक जनसंख्या को बताया. कहीं बेहतर होता अगर वह रिपोर्टर के सवाल को नजरअंदाज कर देतीं और चुप रह जातीं.

मत-विमत

कंबोडिया भारत के बाघों के लिए तैयार नहीं है. वहां टाइगर्स के लिए न तो शिकार है और न ही सुरक्षा

यूएस की ग्लोबल कंजर्वेशन द्वारा किए गए एक बड़े सर्वे के आंकड़े बताते हैं कि जिस इलाके में बाघों को बसाने की योजना है, वहां उनके लिए पर्याप्त बड़े शिकार जानवर नहीं हैं. जबकि यह बाघों के लिए जरूरी शर्त है.

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राजनीति

देश

कानपुर में नमाज के बाद शांति भंग की कोशिश करने का आरोपी गिरफ्तार

कानपुर (उप्र), 28 सितंबर (भाषा) कानपुर के रेल बाजार थाना क्षेत्र में जुमे की नमाज के तुरंत बाद नमाजियों को भड़काऊ ऑडियो क्लिप सुनाकर...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.