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Monday, 22 September, 2025
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मत-विमत

जीडीपी आंकड़े बने कांग्रेस और भाजपा की खोखली मर्दानगी साबित करने का जरिया

भारत के विकास की बड़ी तस्वीर जीडीपी के आंकड़ों जितनी चमकदार नहीं लेकिन इसे सामने लानेवाला कोई नहीं

कुलदीप नैयर: भारत के महान ‘स्कूप मैन’ जिन्होंने तोड़ी थी संपादकीय हेकड़ी

भारत के महानतम “स्कूप मैन” को अक्सर यह दुख सताता था कि वे कभी संपादक न बन पाए। हालांकि उन्होंने एक स्तंभकार, कूटनीतिज्ञ, सांसद...

यदि मोदी कर सकते हैं अहंकारी चीन से बातचीत, तो सिद्धू की पाकिस्तान यात्रा पर बवाल क्यों ?

अगर इमरान खान के शपथग्रहण समारोह में सिद्धू की शिरकत “राष्ट्रविरोधी” होती तो विदेश मंत्रालय उन्हें पाकिस्तान जाने की अनुमति ही नहीं देता

राजीव गाँधी और उनकी बीवी को चाहिए थीं कुछ अलग ही सुविधाएँ, इंदिरा ने अपने दोस्त से कहा था

बिना किसी मंत्री पद के अनुभव के बावजूद राजीव गांधी 40 वर्ष की आयु में प्रधानमंत्री बने थे

वाजपेयी, नवाज़ और मेरे बीच एक राज़ की बात जो अब भी उतनी ही महत्त्वपूर्ण है

नवाज़ शरीफ़ ने वाजपेयी से शांतिपूर्ण संबंध स्थापित करने की पूरी कोशिश की थी लेकिन सेना उनके आड़े आ गयी. इमरान के लिए हालात अलग नहीं होने वाले.

फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रॉन से क्या सीख सकते हैं नरेंद्र मोदी

‘सूट बूट की सरकार’ से तुलना किये जाने के बावजूद मैक्रॉन ने फ्रांस की आर्थिक प्रगति को तेज करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं

जब वाजपेयी ने लाल चौक पर झंडा फहराने को बेकरार भीड़ को होशियारी से संभाला

समस्या यह थी कि बड़ी संख्या में जम्मू पहुंचे कार्यकर्ताओं को श्रीनगर जाने से कैसे रोका जाए व बिना श्रीनगर गए नाराज़ कार्यकर्ताओं को वापिस घर कैसे भेजा जाए

चार मौक़े जब मुझे वाजपेयी जी से डाँट सुनने को मिली: शेखर गुप्ता

तीन बार मैंने उनकी नहीं सुनी और तीनों बार वो बात हमने हंस के टाल दी । मैं तो कहूंगा कि ये उनका बड़प्पन था जो उन्होंने वो बात हंस के टाल दी

क्या भारत को फिर नसीब होगा एक उदारवादी जन-जन का नेता?

आज कांग्रेस वैसी ही लग रही है जैसी वह 1915 में थी। 1915 में गांधी द्वारा कांग्रेस बनाई और बदली गयी थी

मोदी नहीं तो कौन? जानिए इस सवाल पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं मोदी के आलोचक

2019 में अगर मोदी नहीं तो फिर कौन? अधिकांश सामाजिक बैठकों का यह एक ऐसा अहम सवाल है जिसके कई जवाब हैं।

मत-विमत

जब भारत जंग में पाकिस्तान को वॉकओवर नहीं देता, तो क्रिकेट में क्यों दें?

अपने ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट का पाकिस्तान के गोल्ड मेडलिस्ट से होड़ लेने पर शांत रहने और पाकिस्तान के साथ एक सामान्य क्रिकेट टूर्नामेंट खेलने पर तूफान खड़ा करने का पाखंड तीन बातें उजागर करता है.

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मुंबई में लैम्बर्गिनी कार कोस्टल रोड पर डिवाइडर से टकराई, कोई हताहत नहीं

मुंबई, 22 सितंबर (भाषा) मुंबई में एक तेज रफ्तार लैम्बर्गिनी कार मुंबई के कोस्टल रोड पर डिवाइडर से टकरा गई। अधिकारियों ने सोमवार को...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.