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Sunday, 16 November, 2025
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कैसे सालभर में तीन फैसलों ने एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों का विश्वास डिगा दिया

इन महत्वपूर्ण फैसलों से दलितों के दो सबसे अहम मुद्दे प्रभावित हुए: अत्याचारों से सुरक्षा व पर्याप्त प्रतिनिधित्व. ये दलितों से संविधान में किए वादे के केंद्र में हैं.

वंचितों-पिछड़ों के पक्ष में खड़े होने की कीमत चुकाते तेजस्वी यादव

प्रभावशाली जातियों के वर्चस्व को चुनौती देने का जो जोख़िम मायावती या अखिलेश नहीं उठाते, वह जोख़िम ये युवा नेता उठा रहा है और उसकी कीमत भी चुका रहा है.

रानी लक्ष्मीबाई की वीरता की वो कहानी, जो उनके साथ जलते किले में ब्राह्मण ने बताई

1857 की क्रांति के इस चरण को झांसी के किले में रानी के साथ ही अपनी आंखों से देखने वाले मराठी लेखक विष्णु भट्ट गोडसे ने अपनी किताब में ये सब लिखा है.

क्यों नहीं मिल सका ध्यानचंद, कर्पूरी ठाकुर और सुभाष चंद्र बोस को भारत रत्न सम्मान?

ध्यानचंद, राममनोहर लोहिया, कांशीराम और कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न न मिलना उन सामाजिक समूहों को पीड़ा पहुंचा गया है जो वर्षों से इसका इंतजार कर रहे थे.

मोदी सरकार का अगला बजट अत्यधिक साहसिक नहीं होना चाहिए

पर पूरी संभावना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव अभियान की औपचारिक शुरुआत से पूर्व इसमें कई बड़ी व लोकलुभावन घोषणाएं शामिल करेंगे.

दलितों-पिछड़ों को आज क्यों आ रही है मायावती की याद?

विभागीय रोस्टर और न्यायालय के आदेश की वजह से आरक्षण की लगभग समाप्ति के बीच लोग उत्तर प्रदेश में मायावती के शासन को याद कर रहे हैं.

क्या जनेऊ उतारकर ओबीसी कार्ड खेलने जा रहे हैं राहुल गांधी?

ओबीसी को साथ लिए बिना कांग्रेस का कोई भविष्य नहीं है. देश की आधी से ज़्यादा आबादी का बड़ा हिस्सा पिछले चुनाव में भाजपा के साथ गया था, जो अब निराश है. क्या कांग्रेस उन्हें जोड़ पाएगी?

आमिर खान ने तीन ‘माफियों’ को दिखाया, भारत को ऐसी हज़ार माफियां और चाहिए

आमिर खान प्रोडक्शन फिल्म ‘रूबरू रोशनी’ 26 जनवरी को रिलीज़ हुई. इसमें दिखाई गई कहानियां हत्या के आरोपियों को विक्टिम के परिवार द्वारा दी माफी से जुड़ी हैं.

ये रोस्टर आखिर है क्या, जिसे लेकर मचा हुआ है देश में हंगामा

रोस्टर एक विधि है, जिसके जरिये नौकरियों में आरक्षण लागू किया जाता है. लेकिन अगर इसे लागू न किया जाए या लागू करने में बेईमानी हो तो आरक्षण के संवैधानिक प्रावधानों की धज्जियां उड़ जाती हैं.

कश्मीरी सैनिक को अशोक चक्र ने इख्वान की आतंकवाद से लड़ने की भूमिका की ओर ध्यान खींचा है

मरणोपरांत अशोक चक्र पाने वाले लांस नायक नज़ीर अहमद वानी पूर्व में इख्वान के सदस्य थे. 2004 में भारतीय सेना की प्रादेशिक सेना बटालियन में भर्ती हुए थे.

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तेजस्वी यादव क्यों हार गए — बिहार बदल गया, लेकिन RJD नहीं बदली

मंडल राजनीति की सबसे बड़ी प्रतिनिधि रही RJD अब ऐसी राजनीतिक स्थिति में है, जहां लाभकारी योजनाएं, अच्छा शासन और नई उम्मीदें पुराने जातीय समीकरणों पर भारी पड़ रही हैं.

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भारत का कोयलाा आयात सितंबर में 13.54 प्रतिशत बढ़कर 2.20 करोड़ टन के पार

नयी दिल्ली, 16 नवंबर (भाषा) त्योहारी सीजन से पहले शुष्क ईंधन की बढ़ती मांग के कारण सितंबर में देश का कोयला आयात 13.54 प्रतिशत...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.