इस यात्रा को भले ही ज़्यादा तवज्जो नहीं मिली, लेकिन इसने चुपचाप मोहब्बत की दुकान से एक कदम आगे बढ़कर अन्याय के शिकार अलग-अलग वर्गों के बीच दर्द का रिश्ता बना दिया जो भविष्य की राजनीति का आधार हो सकता है.
जहां श्रीलंका आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है, वहीं हंबनटोटा को 99 साल के लिए चीन को पट्टे पर दिया जाना दिखाता है कि बीजिंग किस तरह से बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव को हथियार के रूप में प्रयोग कर रहा है.
कमांड की वैकल्पिक चेन बनाने से ही समस्या हल नहीं होने वाली है. परमाणु खतरे के चरम दौर और युद्ध में राजनीतिक कमान की सुरक्षा अनिवार्य है ताकि वह हालात का प्रभावी सामना कर सके.
भाजपा कार्यकर्ता और नेता 2021 में अपनी पार्टी में पूर्व-टीएमसी नेताओं-अपने कट्टर शत्रुओं के लिए काम करने के लिए मजबूर होने के बाद निराश हो गए. इसके चलते हिंसक विरोध प्रदर्शन भी हुआ.
आम आदमी पार्टी ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ सभी आरोपों को खारिज कर दिया है और दावा किया है कि दो साल की जांच के बावजूद ईडी को मामले में कोई सबूत नहीं मिला है.
केजरीवाल और उनकी पार्टी जिस ‘आइडिया’ के बूते उभरी थी वह भ्रष्टाचार के खिलाफ बेरोकटोक लड़ाई का था. इसीलिए मोदी सरकार ने उन पर, उनकी पार्टी तथा सरकार पर भ्रष्टाचार की कालिख पोती है
एक सुपर-एक्टिव प्रधानमंत्री जो चुनावी मंत्री की तरह काम करते हैं, बहुत खतरनाक हैं. यह चुनाव प्रचार को शासन से अलग करता है और प्रशासन को अप्रासंगिक बना देता है.
पश्चिम बंगाल में ‘घुसपैठिये’ या ‘तुष्टीकरण’ जैसे शब्द बहुत कम सुनाई पड़ते हैं, न ही ‘मंगलसूत्र’ या अमित शाह द्वारा ममता बनर्जी के ‘मां, माटी, मानुष’ नारे को ‘मुल्ला, मदरसा, माफिया’ में बदलने जैसे वाक्या सुनाई देते हैं.