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Wednesday, 24 April, 2024
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मत-विमत

बीजेपी आम आदमी पार्टी को अलग नहीं, बल्कि एक जैसी होने के कारण खत्म करना चाहती है

दोनों पार्टियों के वोटर समान विचारों और अभिरुचि वाले है. ये वोटर बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच आसानी से आना जाना कर सकते हैं.

हिंद महासागर में चीन का बढ़ता प्रभाव चिंताजनक है, इससे क्षेत्र की स्थिरता खतरे में पड़ सकती है

जहां श्रीलंका आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है, वहीं हंबनटोटा को 99 साल के लिए चीन को पट्टे पर दिया जाना दिखाता है कि बीजिंग किस तरह से बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव को हथियार के रूप में प्रयोग कर रहा है.

‘अग्नि-5’ का सफल परीक्षण तो बस पहला कदम है, भारत को हवाई कमांड पोस्ट बनाना जरूरी है

कमांड की वैकल्पिक चेन बनाने से ही समस्या हल नहीं होने वाली है. परमाणु खतरे के चरम दौर और युद्ध में राजनीतिक कमान की सुरक्षा अनिवार्य है ताकि वह हालात का प्रभावी सामना कर सके.

भारतीय मुसलमानों में बौद्धिक वर्ग का अभाव क्यों है? उनके लिए यह सबसे पहले राजनीति है

उनके प्रतिगामी अपमान जितने शर्मनाक हैं, क्या कोई आश्चर्य है कि टीवी पैनल चर्चाओं में अक्सर मौलवियों को क्यों देखा जाता है, न कि आधुनिक मुसलमानों को?

BJP को पश्चिम बंगाल में भाजपा से नहीं लड़ना चाहिए, 2021 की गलतियां 2024 में दोहराई जा सकती हैं

भाजपा कार्यकर्ता और नेता 2021 में अपनी पार्टी में पूर्व-टीएमसी नेताओं-अपने कट्टर शत्रुओं के लिए काम करने के लिए मजबूर होने के बाद निराश हो गए. इसके चलते हिंसक विरोध प्रदर्शन भी हुआ.

केजरीवाल की गिरफ्तारी से AAP-BJP में विवाद खत्म, अगर बने रहे CM तो दिल्ली में राष्ट्रपति शासन की संभावनाएं

आम आदमी पार्टी ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ सभी आरोपों को खारिज कर दिया है और दावा किया है कि दो साल की जांच के बावजूद ईडी को मामले में कोई सबूत नहीं मिला है.

BJP आज नहीं कल की लड़ाई लड़ रही है, केजरीवाल की गिरफ्तारी इस बात का सबूत है

केजरीवाल और उनकी पार्टी जिस ‘आइडिया’ के बूते उभरी थी वह भ्रष्टाचार के खिलाफ बेरोकटोक लड़ाई का था. इसीलिए मोदी सरकार ने उन पर, उनकी पार्टी तथा सरकार पर भ्रष्टाचार की कालिख पोती है

मोदी फिर ‘चुनावी मंत्री’ बन गए हैं — हाथी सफारी, CAA, मंदिरों की यात्रा, कीमतों में कटौती

एक सुपर-एक्टिव प्रधानमंत्री जो चुनावी मंत्री की तरह काम करते हैं, बहुत खतरनाक हैं. यह चुनाव प्रचार को शासन से अलग करता है और प्रशासन को अप्रासंगिक बना देता है.

‘मुझे यह कहना बेतुका लगता है कि शाकाहारियों की ज़रूरतें पूरी नहीं की जानी चाहिए’

मुसलमानों के भोजन के विकल्पों को अक्सर निजी पसंद की तरह क्यों देखा जाता है, जबकि हिंदुओं और अन्य समुदायों द्वारा अपनाए जाने वाले शाकाहार को भेदभावपूर्ण माना जाता है?

विदेशों में भारतीय खाना हमारी सॉफ्ट पावर है, अफसोस की बात है कि आजकल इसका बहुत अधिक राजनीतिकरण हो गया है

जिस क्षण वे नैतिक श्रेष्ठता का दावा करना शुरू करते हैं और दूसरों पर अपनी प्राथमिकताएं थोपना शुरू करते हैं, वे हमें एक अधिनायकवादी राज्य के एक कदम और करीब ले जाते हैं जहां केवल बोलने की आजादी - जो आपके मुंह से निकलता है - का अधिकार ही नहीं है बल्कि दोपहर का भोजन और रात का खाना भी - जो आपके मुँह में जाता है — वह नागरिकों से छीन लिया जाता है.

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राजीव चन्द्रशेखर आधुनिक हैं, उदारवादी हैं, लेकिन दुखद रूप से भाजपा के धर्मांध वफादार हैं

तिरुवनंतपुरम में राजीव चंद्रशेखर का मुकाबला शशि थरूर से है. वे खुद को एक ऐसे राज्य के लिए प्रचारित कर रहे हैं जिसने परंपरागत रूप से भाजपा के प्रति घृणा दिखाई है.

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कोयंबटूर कार विस्फोट मामला : एनआईए ने किसान से पूछताछ की

इरोड (तमिलनाडु), 24 अप्रैल (भाषा) राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने कोयंबटूर कार बम विस्फोट मामले में बुधवार को एक किसान से पूछताछ की। पुलिस...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.