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Thursday, 25 April, 2024
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दो दशकों से ठहरा हुआ है पंजाब, उसका कोहरा हटाइए वरना लोग चले विदेश

पंजाबियों को संकट से जूझना आता है. देश के बंटवारे के बाद और फिर 1993 में समाप्त हुए आतंक और उग्रवाद के दौर में उन्होंने यह साबित किया है, लेकिन इसके बाद यह प्रदेश रास्ता भटक गया.

अशोका यूनिवर्सिटी का असली मुद्दा फंड करने वाले ‘सूट’ और इसे चलाने वाले ‘बूट’ के बीच टकराव है

अशोका की गवर्निंग बॉडी को सुशोभित करने वाले 'सूट' ढीले कुर्ते त्यागने पर अच्छा काम करेंगे. पेपर की खूबियों के बजाय प्रबंधन की विनम्रता चर्चा का विषय बन गई.

गृह युद्ध के इतिहास से आगे नहीं बढ़ सकता श्रीलंका, सत्ता साझा को लेकर असुरक्षित है सिंहली अभिजात वर्ग

पूरे श्रीलंका में सिंहली अभिजात वर्ग और तमिल अल्पसंख्यक के बीच विश्वास की कमी स्पष्ट है, जो अपने अतीत के भूतों को शांत करने में भी असमर्थ है.

लिबरल्स मुस्लिम महिलाओं की वकालत करने से कतराते हैं, ‘मेड इन हेवेन’ एक अच्छी पहल है

शाह बानो से लेकर अमेज़न प्राइम के ‘मेड इन हेवेन’ एपिसोड तक, शरिया कानून के तहत मुस्लिम महिलाओं की दुर्दशा को आखिरकार भारत में एक मंच मिल गया है.

डेपसांग संकट को राजनीतिक समाधान की ज़रूरत, Modi-Xi की G20 बैठक इस गतिरोध को तोड़ सकती है

बीजिंग और नई दिल्ली दोनों में आक्रामक विवाद में कमी से पता चलता है कि दोनों देशों के राजनेताओं को एहसास है कि गेट ऑफ हेल का संकट किसी भी रणनीतिक उद्देश्य को पूरा नहीं करता है.

फर्ज़ी मेलोड्रामा और फालतू समाचार बहसों से तंग आ गए? शुक्र मनाइए कि आपके पास दूरदर्शन मौजूद है

हम सास-बहू, पुरुषों और आलीशान हवेलियों और डेली सोप ओपेरा के रोना-धोना से थक गए हैं, जो सच में तब से आगे नहीं बढ़े हैं जब स्मृति ईरानी ने तुलसी की भूमिका निभाई थी. डीडी नेशनल पर ‘छोटकी-छटंकी, जहां चांद है और जानकी’ को देखिए.

क्यों असम राइफल्स की छवि खराब करना बदला लेने के लिए एक सोची-समझी, साजिश भरी चाल है?

अपने पूरे इतिहास में, असम राइफल्स ने यूरोप, मध्य पूर्व और म्यांमार में प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध सहित कई भूमिकाओं, संघर्षों और थिएटर्स में काम किया है.

सेना की कार्रवाई के लिए इंदिरा गांधी पर मोदी का हमला राष्ट्रीय सुरक्षा से ज्यादा राजनीति से प्रेरित था

मोदी लाल बहादुर शास्त्री और नरसिम्हा राव को छोड़कर सभी कांग्रेस प्रधानमंत्रियों के आलोचक रहे हैं, उनकी आलोचना इंदिरा गांधी का जिक्र काफी हद तक आपातकाल के दौरान की गई ज्यादतियों और अनुच्छेद 356 के लगातार दुरुपयोग अब तक सीमित थी.

सब्यसाची दास के लेख से साफ है दाल में कुछ काला है, लेकिन दोषी की शिनाख्त करना रिसर्चर का काम नहीं

अशोका यूनिवर्सिटी से इस्तीफा देने को मजबूर हुए अर्थशास्त्री सब्यसाची दास का 2019 लोकसभा चुनाव पर लिखा अप्रकाशित लेख ‘डेमोक्रेटिक बैकस्लाइडिंग इन द वर्ल्ड्स लार्जेस्ट डेमोक्रेसी’ तकनीकी दृष्टि से भारतीय चुनावों पर लिखे सर्वश्रेष्ठ लेखों में गिना जाएगा.

मैं चौथे दिन ही विपस्सना शिविर छोड़कर क्यों चला आया- दिलीप मंडल

चौथे दिन, हमने अपना ध्यान अपने पूरे शरीर पर, एक-एक हिस्से पर, ऊपर से नीचे तक ले जाना शुरू कर दिया. पांचवें दिन, मैं शिविर से बाहर निकला.

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भारतीय ऐतिहासिक अभिलेख आयोग ने नया ‘लोगो’ और ‘आदर्श वाक्य’ अपनाया

नयी दिल्ली, 25 अप्रैल (भाषा) भारतीय ऐतिहासिक अभिलेख आयोग (आईएचआरसी) ने अपनी विशिष्ट पहचान और लोकाचार को स्पष्ट रूप से संप्रेषित करने के लिए...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.