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Friday, 19 September, 2025
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अनुच्छेद-370, सीएए, तीन तलाक और राम मंदिर मोदी की ‘स्थायी क्रांति’ का केवल एक चक्र है

विपक्ष यदि यह सोच रहा है कि सांस्कृतिक राष्ट्रवादी मुद्दे खुद ब खुद हाशिये पर चले जाएंगे और भौतिक मसले फिर केंद्र बिंदु बन जाएंगे तो उसे काफी लंबे समय तक इंतजार करना होगा.

लाइट्स, कैमरा, जाति- हिंदी सिनेमा में आजादी के 38 साल बाद आम्बेडकर की तस्वीरों को जगह मिली

जे ओम प्रकाश डॉ. आम्बेडकर की तस्वीर को अपनी फिल्म में जगह देते हैं. जिसे वह केबिन में ऑफिस की कुर्सी के ऊपर दीवार पर टंगा दिखाते हैं.

जल शक्ति मंत्रालय की हर घर जल योजना में पानी के साथ आर्सेनिक भी घर-घर पहुंचेगा

आर्सेनिक गंगा तट पर मौजूद भूमिगत जल में है. यह हजारों साल पहले हिमालय से बहकर आया एक सेमी मेटिलिक तत्व है, जो आयरन, कैल्शियम, कॉपर आदि के साथ क्रिया करता है.

कांग्रेस की खारिज की जा चुकी नीतियों को मोदी सरकार अपना रही है लेकिन वो अब भी काम नहीं आएंगी

खारिज की जा चुकी नीतियों को वापस लागू करने के नतीजे अच्छे न मिले हों, यह कोई पहली बार नहीं हुआ है. यह सरकार सोचती है कि वह बेहतर नतीजे हासिल कर लेगी.

राम मंदिर के साथ मोदी ने सेक्युलरिज्म को अपना नया रंग दिया, हिंदू वोटर सोनिया के लेफ्ट वर्जन से तंग आ चुके हैं

राम मंदिर भूमि पूजन से भारतीय धर्मनिरपेक्षता की मौत नहीं हुई है. वह तो हमारे संविधान के बुनियादी ढांचे में ही मौजूद है और उसकी रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहना जरूरी है. 

सुशांत सिंह राजपूत और बिहारी परिवारों में ‘श्रवण कुमार’ जैसा बनने का बोझ

सुशांत की मौत के बाद भी परिवार स्वीकार नहीं कर पा रहा है कि वो अवसाद से घिर भी सकता था, ये यही दर्शाता है कि मानसिक स्वास्थ्य को लेकर परिवार कितने सचेत हैं.

कांग्रेस का सॉफ्ट हिंदुत्व और ओवैसी के लिए राजनीतिक संभावनाएं

कांग्रेस के ताजा स्टैंड से मुसलमान दोराहे पर आकर खड़े हो गए हैं. अब उनके लिए कांग्रेस और भाजपा एक ही सिक्के के दो पहलू हो गए हैं. उन्हें कांग्रेस के झंडे में अब भगवा पंजा नजर आ रहा है.

नक्शे बदल रहे नेपाल, पाकिस्तान से निपटने का एक मात्र उपाय है कि भारत क्षेत्रीय ब्लॉक पर नई रणनीति अपनाए

पहले नेपाल, अब पाकिस्तान ने भारत के साथ विवादित क्षेत्रों को अपने-अपने देशों के हिस्से के रूप में दिखाते हुए एकतरफा रूप से अपने राजनीतिक नक्शे बदल दिए हैं.

अयोध्या के राम मंदिर में कोई दलित पुरोहित क्यों न हो? कम्युनिस्ट की बौद्धिक जमात भी यह सवाल नहीं उठाएगी

कहा जा रहा है कि राम मंदिर रोम के वैटिकन और सऊदी अरब के मक्का से भी भव्य और दिव्य होगा, लेकिन इससे क्या दलितों और शूद्रों की स्थिति में कोई फर्क आएगा?

अयोध्या के बाद काशी और मथुरा का समाधान आसान होगा, पर पीओके भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती है

अयोध्या हिंदुओं के एक नए पुनर्जागरण आंदोलन की शुरुआत है. भारत को इस ऊर्जा का उपयोग एकता बढ़ाने और आर्थिक पुनरुत्थान के लिए करना चाहिए.

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उत्तर प्रदेश: नोएडा में सेवानिवृत्त कर्नल के साथ 1.4 करोड़ की धोखाधड़ी

नोएडा, 19 सितंबर (भाषा) शेयर बाजार में निवेश पर मुनाफा दिलाने का झांसा देकर एक सेवानिवृत्त कर्नल और उनकी पत्नी से कथित तौर पर...

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सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.