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Tuesday, 25 November, 2025
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मोदी सरकार राज्यों के साथ मिलकर ही कृषि क्षेत्र में वास्तविक सुधारों को लागू कर सकती है

भारतीय कृषि क्षेत्र के अधिक नियामक अस्पष्टता और आर्थिक अनिश्चितता के भंवर में फंसने का वास्तविक खतरा है, और इसका अधिक नुकसान किसानों को होगा.

सब पर शक करो, सबको रास्ते पर लाओ! क्या यही हमारे नये ‘राष्ट्रीय शक्की देश’ का सिद्धांत बन गया है

केवल मोदी सरकार और भाजपा ही नहीं बल्कि राज्य सरकारों से लेकर अदालतें तक सब शक की मानसिकता के शिकार हो गए दिख रहे हैं, क्या भारत एक ‘राष्ट्रीय शक्की देश’ बनता जा रहा है?

उप्र : निकला है कानून नया चुटकी बजते बंध जायेंगे नागरिक, नई फोर्स को नहीं होगी वारंट की जरूरत

यूपीएसएसएफ़ के गठन के पीछे योगी सरकार का अपने विरोधियों पर अपने ही इशारे पर मनमानी कार्रवाइयां कराने का मंसूबा है, जो दलितों, पिछड़ों, ग़रीबों और अल्पसंख्यकों के निर्मम दमन तक जायेगा ही जायेगा.

LAC पर बिना सोचे-समझे प्रतिक्रिया भारत के लिए ठीक नहीं होगी, मुमकिन है कि चीन भी इसी इंतजार में हो

सरकार पर बेहद दबाव है कि सर्जिकल स्ट्राइक्स या बालाकोट जैसी, किसी सैन्य कार्रवाई को हरी झंडी देने का फैसला ले.

भारत को विदेश मामलों के लिए इंडिया इंक, थिंक टैंक और शिक्षाविद जैसे नए राजदूतों की जरूरत

प्रधानमंत्री मोदी की नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी के बावजूद इस क्षेत्र में चीन के बीआरआई की आर्थिक पकड़ ज्यादा मजबूत है. क्या भारत की विदेश नीति में बदलाव की जरूरत है?

सेल्समैन ट्रंप भारतीय-अमेरिकियों के लिए ट्वीट करते हैं और फोटो खिंचाते हैं, जबकि बाइडेन-हैरिस टीम के पास नीतियां हैं

एएपीआई डेटा के हालिया सर्वे में 65 प्रतिशत भारतीय-अमेरिकियों ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव में डोनल्ड ट्रंप के बजाय जो बाइडेन को वोट देने का इरादा जताया है.

संसद में क्यों जरूरी है प्रश्नकाल और इसे अनदेखा क्यों नहीं किया जा सकता

प्रश्न काल संसद की कार्यवाही का वह हिस्सा है जिसको इलेक्ट्रॉनिक और प्रिन्ट मीडिया द्वारा सबसे अधिक महत्व और कवरेज दिया जाता है. सरकार केवल चुनाव के समय ही जनता के प्रति जवाबदेह नही होती अपितु उसे व्यवस्थापिका के द्वारा दो चुनावों के बीच के अंतराल में भी उत्तरदायी बनाया जाता है. इसलिए सदन में प्रश्नकाल जरूरी हैं.

उमर खालिद की गिरफ्तारी से भारतीय मुसलमानों की युवा पीढ़ी के लिए गरिमामय और लोकतांत्रिक आवाज उठाने का दरवाजा बंद हो गया है

उमर खालिद उन क्रांतिवीरों में नहीं जो भारतीय राजसत्ता को हिंसा के सहारे पलट देने का दिवास्वप्न देखते हैं. वह लोकतांत्रिक राजनीति के आड़े-तिरछे रास्तों पर चलने की चाहत से भरा नौजवान है.

खेती में नई तकनीक का अब इंतजार नहीं कर सकते किसान, एक-एक BT बैंगन GM फसलों की तरफ बढ़ता कदम है

वर्षों तक टालते रहने के बाद मोदी सरकार ने बीटी बैंगन की दो किस्मों के जमीनी परीक्षण की अनुमति दे दी है और किसानों को खेती के दैनिक खतरों से खुद निपटने के लिए छोड़ दिया है.

उमर खालिद की गिरफ्तारी दिखाती है कि भारत में असहमति की अब कोई उम्मीद नहीं बची

दिल्ली पुलिस ने जिन लोगों से पूछताछ की उन्होंने बार-बार इंटरोगेशन चैंबर में बुलाए जाने और कैद करने की धमकी मिलने के अपने भयावह अनुभव मेरे साथ साझा किए.

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भारत के साथ वीजा के मुद्दे का समाधान हुआ : अजीजी

नयी दिल्ली, 24 नवंबर (भाषा) अफगानिस्तान के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री अलहाज नूरुद्दीन अजीजी ने सोमवार को दावा किया कि ‘वीजा का मुद्दा सुलझा...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.