नताशा नारवाल को 'दिल्ली हिंसा और अमूल्य लीना को' हिंदुस्तान ज़िंदाबाद, पाकिस्तान ज़िंदाबाद कहने की साजिश के लिए गिरफ्तार किया गया था. लेकिन उनके पिताओं ने बेटी पर कैसी प्रतिक्रिया दी, आज भारत के बारे में बहुत कुछ बताता है.
जनरल बाजवा एलओसी पर तनाव नहीं भड़काने को लेकर सतर्कता बरत रहे हैं. यदि भारत द्वारा अनुच्छेद 370 को निरस्त करने पर उन्होंने तनाव नहीं बढ़ाया, तो वह अब भी उससे बचेंगे.
'भारत का भविष्य' नामक अपने व्याख्यान में वो कहते हैं- 'शिक्षा का मतलब यह नहीं है की तुम्हारे दिमाग में ऐसी बहुत सी बातें इस तरह ठूस दी जाये कि अंतर्द्वंद होने लगे और तुम्हारा दिमाग उन्हें जीवन भर पचा न सके.
जो हुआ है उसे स्वीकार करने में मोदी सरकार को झिझक नहीं होनी चाहिए. चीन के मुकाबले के लिए एक रणनीतिक संचार योजना की ज़रूरत है जोकि अपने कथानक को आगे बढ़ाता जा रहा है.
इस बात की संभावना है कि पाकिस्तान आईएसआई, हुर्रियत में लीडरशिप के खालीपन को संगठन पर कब्ज़ा करने और आतंकी मॉड्यूल्स को फिर से एकजुट करने के अवसर के तौर पर देखेगी.
एलएसी पर गतिरोध लंबा खिंचा तो सैटेलाइट वॉरियर्स अपने आकलनों में सही साबित होंगे और मोदी सरकार की चुप्पी को समझौता करने या मामला छिपाने के तौर पर देखा जाएगा.
आरएसएस इंदिरा गांधी की सरकार को किसी भी तरह गिराना चाहता था, लेकिन बाद में उसी “तानाशाह” इंदिरा गांधी से मेल-मुलाकात करने और तारीफें करने में उसे कोई नैतिक दुविधा नहीं हुई, जिन्होंने संघ के नेताओं को जेल में डाला था.