उत्तर-पूर्व के लोगों को दिखावटी बातों से आसानी से रिझाया नहीं जा सकता, इस हकीकत से नेहरू का तो सामना तभी हो गया था जब 1953 में 3000 नगाओं ने उनकी सभा का बहिष्कार कर दिया था.
राहुल पीएम मोदी और उनकी पार्टी के बारे में नकारात्मक बातें बनाने पर ध्यान दे रहे हैं. उन्हें यह एहसास नहीं है कि पिछले दो दशकों से उनके विरोधियों ने भी उनके बारे में जो नकारात्मक छवि बनाई है, उसे भी उन्हें संबोधित करना होगा.
सशस्त्र बलों का बड़ा हिस्सा बीते कल की लड़ाइयों के लिए तैयार है, आज की लड़ाइयों के लिए उनकी क्षमता सीमित है और भविष्य की लड़ाइयों के लिए कोई औपचारिक योजना नहीं है.
जो लोग कहते हैं कि भारत को हिंदू राष्ट्र होना चाहिए, उन्हें नेपाल को गौर से देखना चाहिए. वहां की आबादी भारी संख्या में हिंदू है, फिर भी इससे देश की स्थिरता पर कोई फर्क नहीं पड़ा.
संघ की हिंदू और हिंदुत्व की अवधारणा सांस्कृतिक, धार्मिक और सामाजिक तत्वों का समावेशी संगम है. संघ मानता है कि हिंदुत्व कोई मत या पंथ नहीं, बल्कि सभ्यता, संस्कृति और मातृभूमि के प्रति समर्पण की भावना है.
ताजा घटनाक्रम यह गंभीर सबक सिखाता है कि युवा पीढ़ी की ताकत को कमतर न समझें, वह भविष्य को बूढ़ी जमात के मुकाबले बेहतर नज़र से देखती है. 1990 और 2006 के जन आंदोलन के बाद से नेपाल को धोखा दे चुके शासक वर्ग से वह बुरी तरह निराश हो चुकी है.
नयी दिल्ली, दो अक्टूबर (भाषा) रोहित गोदारा-गोल्डी बराड़-वीरेंद्र चारण गिरोह के दो सदस्यों को बृहस्पतिवार सुबह जैतपुर-कालिंदी कुंज रोड पर मुठभेड़ के बाद...