वर्तमान बांग्लादेश को हेमलेट की तरह ही उस सवाल का सामना करना होगा जो उसे परेशान करता था. 1971 में 75 मिलियन सपनों से जन्मा बांग्लादेश बनना है या नहीं? या उसका व्यंग्य?
रतन टाटा ने एक बार मुझसे कहा था कि अगर टाटा कभी एयर इंडिया का अधिग्रहण कर ले तो वह वह काम पूरा कर देंगे जो वह नहीं कर पाए. कंपनी को उस वादे को पूरा करना चाहिए और रतन और जेआरडी की यादों को धूमिल नहीं करना चाहिए.
हर चीज़ को हलाल और हराम के द्विआधारी में क्यों बदल दिया जाना चाहिए? यह पॉप इस्लाम है - छद्म-इस्लामिक शक्ति धर्मशास्त्र द्वारा संचालित नकली धर्मनिष्ठा, जो दुनिया को भड़कीले हरे रंग में रंगना चाहती है.
केंद्रीय बजट 2025-26 के स्पष्ट लक्ष्य हैं: विकास को गति देना, भारत के उभरते मिडिल-क्लास की खर्च करने की क्षमता को बढ़ाना, प्राइवेट सेक्टर के निवेश को बढ़ावा देना और घरेलू भावनाओं को ऊपर उठाना.
आर्थिक प्रतिबंधों ने रूस को चोट तो ज़रूर पहुंचाई, मगर ऐसे दंड को बेअसर करने का रास्ता ढूंढने में सक्षम विशाल एवं संसाधनों से समृद्ध देश पर बदलाव थोपने के मामले में ऐसे प्रतिबंधों की सीमा भी उजागर हो गई.
यह समस्या केवल भारत में सीमित नहीं है, उन देशों में भी है जहां भारतीय लोग जा बसे हैं. लंदन में गुटके की थूकों के चारों तरफ फैले दाग से छुटकारा पाने के लिए अधिकारियों को पूरे इलाकों में नई रंगाई-पुताई करवानी पड़ी.
इस बजट की सुर्खी बनने लायक एकमात्र बात मिडिल-क्लास को इनकम टैक्स में दी गई राहत है और सबसे साहसिक और सकारात्मक पहलू है परमाणु ऊर्जा एक्ट और ‘सिविल लायबिलिटी ऑन न्यूक्लियर डैमेज एक्ट’ में संशोधन का इरादा.
कॉर्पोरेट वालों की मलामत करना आसान है. लेकिन अपने उद्यमियों, संपदा और रोजगार पैदा करने वालों को प्यार और सम्मान न देने वाला समाज निम्न-मध्यवर्गीय आय के खांचे में ही अटके रहने को अभिशप्त होता है.
मुझे कभी-कभी आश्चर्य होता है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के मंदिर के किनारे वाले सुंदर पर्दे और आकर्षक ग्राफिक तत्वों के बारे में इतना कम क्यों कहा जाता है. उन्होंने अपनी भूमिका को बहुत ही प्रभावशाली ढंग से निभाया है.